प्रतीकात्मक तस्वीर
रायपुर:
ट्रेन संख्या 18255 बिलासपुर-नागपुर इंटरसिटी रायपुर स्टेशन पर ठीक समय पर आ चुकी थी, लेकिन अपने निर्धारित समय से 25 मिनट विलंब से रवाना हुई. एसी बोगी में सफर कर रहे एक यात्री ने पानी नहीं होने के कारण ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने दिया. जैसे ही ट्रेन चलने लगती वो चेनपुलिंग कर देता, यह माजरा 10 मिनट में तीन बार हुआ.
आनन-फानन में रेलवे मास्टर, टीटीआई, आरपीएफ के सिपाही बोगी में पहुंचे और उस व्यक्ति द्वारा चेनपुलिंग करने के कारण की जानकारी ली. अधिकारियों के आश्वासन के बाद अंतत: ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई.
जब घटना के बारे में जानकारी ली गई तब पता चला कि यात्री समीर (50 वर्ष) रायपुर स्टेशन से नागपुर जाने के लिए ट्रेन पर सवार हुए.
एसी बोगी ए-1 के सीट संख्या 13 में सफर कर समीर ने ट्रेन में चढ़ते ही वॉश बेसिन का उपयोग करना चाहा, लेकिन पानी नहीं आता देख वह भड़क गया. तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी. अचानक उन्होंने चेनपुलिंग की. बोगी के अटेंडर ने उनसे कारण पूछा तो उन्होंने पानी नहीं आने की शिकायत की.
अटेंडर की बात से शायद वो नाखुश हुए. चेनपुलिंग प्रेशर को ठीक कर ट्रेन पुन: रवाना हुई तो समीर ने फिर चेन पुलिंग कर दी. जिसके पश्चात ट्रेन में सवार टीटीआई व आरपीएफ के सिपाही भी पहुंच गए और समझाने का सिलसिला शुरू हुआ.
बताया जाता है कि वॉश बेसिन का नल खराब था जिसके कारण पानी बह गया था. ज्ञात हो कि यह ट्रेन बिलासपुर से दोपहर 3:55 बजे रवाना होती है और 5:55 बजे रायपुर स्टेशन पहुंचती है. महज दो घंटे में ही बोगी का सारा पानी बह चुका था.
समीर अपनी बात पर अड़े रहे कि तत्काल समस्या का सामाधान किया जाए. ट्रेन अटेंडर व स्टेशन प्रबंधन और आरपीएफ के सिपाही ने उन्हें समझाया कि अभी ट्रेन रवाना होने का समय हो चुका है, दुर्ग स्टेशन में सूचना दे दी जाएगी.
यहां तत्काल सुधार व्यवस्था नहीं की जा सकती. समीर कुछ शांत हुए और ट्रेन पुन: अपने गंतव्य की ओर चल पड़ी लेकिन फिर तीसरी बार समीर ने चेन पुलिंग कर दी. वे अड़े रहे कि राजधानी का स्टेशन होने के बावजूद यदि समस्या का समाधान नहीं हो सकता तो यह सोचने का विषय है और उन्होंने सभी का नाम अपनी डायरी पर दर्ज करना शुरू कर दिया वे कह रहे थे कि सबकी शिकायत करेंगे.
इसके बाद उपस्थित रेलवे स्टाफ हड़बड़ा गया और उनसे कहा गया कि दुर्ग में उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा, सूचना दे दी गई है. ज्ञात हो कि चेनपुलिंग करना दंडनीय अपराध है. रेलवे एक्ट के तहत कार्यवाही की जाती है. शायद रेलवे ने अपनी गलती को ध्यान में रखते हुए तीन बार चेनपुलिंग होने के बाद भी कार्यवाही नहीं की. फिलहाल काफी समझाने के बाद समीर मान गए और शाम 6:20 बजे ट्रेन अंतत: रायपुर स्टेशन से रवाना हुई.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आनन-फानन में रेलवे मास्टर, टीटीआई, आरपीएफ के सिपाही बोगी में पहुंचे और उस व्यक्ति द्वारा चेनपुलिंग करने के कारण की जानकारी ली. अधिकारियों के आश्वासन के बाद अंतत: ट्रेन अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई.
जब घटना के बारे में जानकारी ली गई तब पता चला कि यात्री समीर (50 वर्ष) रायपुर स्टेशन से नागपुर जाने के लिए ट्रेन पर सवार हुए.
एसी बोगी ए-1 के सीट संख्या 13 में सफर कर समीर ने ट्रेन में चढ़ते ही वॉश बेसिन का उपयोग करना चाहा, लेकिन पानी नहीं आता देख वह भड़क गया. तब तक ट्रेन रवाना हो चुकी थी. अचानक उन्होंने चेनपुलिंग की. बोगी के अटेंडर ने उनसे कारण पूछा तो उन्होंने पानी नहीं आने की शिकायत की.
अटेंडर की बात से शायद वो नाखुश हुए. चेनपुलिंग प्रेशर को ठीक कर ट्रेन पुन: रवाना हुई तो समीर ने फिर चेन पुलिंग कर दी. जिसके पश्चात ट्रेन में सवार टीटीआई व आरपीएफ के सिपाही भी पहुंच गए और समझाने का सिलसिला शुरू हुआ.
बताया जाता है कि वॉश बेसिन का नल खराब था जिसके कारण पानी बह गया था. ज्ञात हो कि यह ट्रेन बिलासपुर से दोपहर 3:55 बजे रवाना होती है और 5:55 बजे रायपुर स्टेशन पहुंचती है. महज दो घंटे में ही बोगी का सारा पानी बह चुका था.
समीर अपनी बात पर अड़े रहे कि तत्काल समस्या का सामाधान किया जाए. ट्रेन अटेंडर व स्टेशन प्रबंधन और आरपीएफ के सिपाही ने उन्हें समझाया कि अभी ट्रेन रवाना होने का समय हो चुका है, दुर्ग स्टेशन में सूचना दे दी जाएगी.
यहां तत्काल सुधार व्यवस्था नहीं की जा सकती. समीर कुछ शांत हुए और ट्रेन पुन: अपने गंतव्य की ओर चल पड़ी लेकिन फिर तीसरी बार समीर ने चेन पुलिंग कर दी. वे अड़े रहे कि राजधानी का स्टेशन होने के बावजूद यदि समस्या का समाधान नहीं हो सकता तो यह सोचने का विषय है और उन्होंने सभी का नाम अपनी डायरी पर दर्ज करना शुरू कर दिया वे कह रहे थे कि सबकी शिकायत करेंगे.
इसके बाद उपस्थित रेलवे स्टाफ हड़बड़ा गया और उनसे कहा गया कि दुर्ग में उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा, सूचना दे दी गई है. ज्ञात हो कि चेनपुलिंग करना दंडनीय अपराध है. रेलवे एक्ट के तहत कार्यवाही की जाती है. शायद रेलवे ने अपनी गलती को ध्यान में रखते हुए तीन बार चेनपुलिंग होने के बाद भी कार्यवाही नहीं की. फिलहाल काफी समझाने के बाद समीर मान गए और शाम 6:20 बजे ट्रेन अंतत: रायपुर स्टेशन से रवाना हुई.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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