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This Article is From Oct 07, 2021

ब्रिटेन के बदले तेवर, कोविशील्ड की दोनों डोज लिये भारतीयों को सोमवार से नहीं होना होगा क्वारंटीन

जिन भारतीयों ने कोविशील्ड या ब्रिटेन द्वारा मंजूर किये गए किसी अन्य वैक्सीन की दोनों डोज ली है, यानी जो पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं, उन्हें 11 अक्टूबर से ब्रिटेन पहुंचने पर क्वारंटीन में नहीं रहना होगा. भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

ब्रिटेन के बदले तेवर, कोविशील्ड की दोनों डोज लिये भारतीयों को सोमवार से नहीं होना होगा क्वारंटीन
नई दिल्ली:

जिन भारतीयों ने कोविशील्ड या ब्रिटेन द्वारा मंजूर किये गए किसी अन्य वैक्सीन की दोनों डोज ली है, यानी जो पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं, उन्हें 11 अक्टूबर से ब्रिटेन पहुंचने पर क्वारंटीन में नहीं रहना होगा. भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बता दें कि ब्रिटेन द्वारा कोविशील्ड टीका लेने वाले भारतीयों को क्वारंटीन में रखने का नियम रखा गया था जिसे लेकर विवाद हो रहा था, इस घोषणा के बाद यह विवाद खत्म हो गया है.

ब्रिटिश सरकार की तरफ से गुरुवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि UK जाने वाले भारतीयों के लिए 11 अक्टूबर यानी सोमवार से कोविशील्ड या फिर उसकी सरकार द्वारा अनुमोदित किसी भी दूसरी वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले को क्वारंटाइन में नहीं रहना होगा.

1 अक्टूबर को, भारतीयों और कई देशों के नागरिकों के लिए यूके के क्वारंटीन नियमों के जवाब में, जिसमें ब्रिटेन द्वारा अनुमोदित कोविशील्ड टीका लगवाने वाले लोग भी शामिल थे, भारत ने टीका लगवाने के बावजूद ब्रिटिश नागरिकों के लिए 10 दिन का अनिवार्य क्वारंटीन नियम लागू किया था.

ब्रिटेन द्वारा केवल कुछ चुनिंदा देशों में ही उसके द्वारा मान्यता प्राप्त टीका लगवाने वालों को ही देश में आने पर क्वारंटीन में नहीं रहने देने के नियम को लेकर उसकी तीव्र आलोचना हो रही थी और इसे भेदभावपूर्ण और उपनिवेशवादी कदम बताया जा रहा था.

मालूम हो कि भारत ने टीकाकरण कराए होने के बावजूद चार अक्टूबर से भारत आने वाले ब्रिटिश नागरिकों को 10 दिन तक क्वारंटीन में रहना अनिवार्य किया था. टीका प्रमाणन पर भारत-ब्रिटेन के बीच जारी विवाद के बीच केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया था. आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि भारत ने देश आने वाले आने ब्रिटिश नागरिकों के खिलाफ जवाबी कदम उठाया है, क्योंकि भारतीय टीकों को मान्यता नहीं देने पर ब्रिटेन के साथ विवाद सुलझ नहीं पाया है. 

नियमों के मुताबिक ब्रिटेन के नागरिकों को यात्रा से 72 पहले तक RT-पीसीआर जांच भी करानी होगी, चाहे उन्होंने टीकाकरण करावाया है या नहीं. आगमन पर भी ब्रिटिश नागरिकों को कोविड-19 संबंधी आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी. सूत्रों ने कहा कि इसके बाद भारत आगमन के आठवें दिन फिर से आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी. भारत आने वाले सभी ब्रिटिश नागरिकों को आगमन के बाद 10 दिनों के लिए घर पर या गंतव्य स्थल पर 10 दिन तक जरूरी पृथक-वास में रहना होगा.

नए नियम के मुताबिक ब्रिटेन में ऑस्ट्रेलिया, एंटिगुआ एंड बरबुडा, बहरीन, ब्रुनेई, कनाडा, डोमिनिका, इजरायल, जापान, कुवैत, मलेशिया, न्यूजीलैंड, कतर, सउदीअरब, सिंगापुर, साउथ कोरिया, ताइवान और UAE से आने वाले लोगों को पूरी तरह से वैक्सीनेटेड माना जा रहा था. इस सूची में अब भारत भी शामिल हो गया है.

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