विज्ञापन

जिस कायस्थ जाति के नितिन नवीन बने BJP अध्यक्ष, उसका यूपी, बिहार से लेकर बंगाल तक कितना दबदबा, पढ़ें इनसाइड स्टोरी

BJP President Nitin Nabin: भाजपा ने कायस्थ जाति के नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर सबको चौंका दिया है. ओबीसी और दलित अध्यक्ष बनाने की संभावनाओं के बीच नितिन नवीन की नियुक्ति से सियासी पंडित हैरान हैं. आइए जानते हैं कि कायस्थों का क्या राजनीतिक सामाजिक असर है...

जिस कायस्थ जाति के नितिन नवीन बने BJP अध्यक्ष, उसका यूपी, बिहार से लेकर बंगाल तक कितना दबदबा, पढ़ें इनसाइड स्टोरी
BJP President Nitin Nabin: नितिन नवीन बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष
नई दिल्ली:

बीजेपी ने तमाम कयासों को विराम देते हुए बिहार के विधायक नितिन नवीन को राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है. माना जा रहा था कि जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए भाजपा पिछड़ा वर्ग या दलित समुदाय से किसी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकती है, लेकिन सबको चौंकाते हुए कायस्थ जाति से आने वाले नितिन नवीन को पार्टी की कमान सौंपी गई है. देश भर में कायस्थों की आबादी 2.5 से 3 करोड़ तक बताई जाती है, जो कुल आबादी का 2 से ढाई फीसदी तक है. उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में इनकी बड़ी आबादी है और बड़ा राजनीतिक असर भी है.

मुगल काल और फिर ब्रिटिश काल में कायस्थों को लेखक, मुंशी-मुनीम, राजस्व संग्रह करने वाले और लिपिकों के पेशेवर समूह के तौर पर पहचान मिली. हालांकि उनका उल्लेख 10वीं-11वीं सदी से मिलता है. उच्च शिक्षा प्राप्त कायस्थ जाति के लोग शीर्ष पदों पर पहुंचे. उसके बाद स्वतंत्रता आंदोलन और आजाद भारत की राजनीति में उनका रसूख रहा है. 

देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद और लाल बहादुर शास्त्री भी इसी समुदाय से थे. हरिवंशराय बच्चन, मुंशी प्रेमचंद्र ने साहित्य जगत में नाम रोशन किया. विज्ञान के क्षेत्र में शांति स्वरूप भटनागर, जगदीश चंद्र बोस और सत्येंद्र नाथ बोस अविस्मरणीय हैं. स्वतंत्रता आंदोलनकारियों की बात करें तो सुभाष चंद्र बोस, चितरंजन दास, रासबिहारी बोस, गणेश शंकर विद्यार्थी को भी भुलाया नहीं जा सकता.

Nitin Nabin BJP National President

Nitin Nabin BJP National President

बंगाल विधानसभा चुनाव में कायस्थ वोटों का असर

पश्चिम बंगाल में कायस्थों की आबादी 27 लाख से अधिक बताई जाती है. बंगाल के ज्यादातर हिस्सों में कायस्थ फैले हुए हैं. घोष, बोस, दत्ता, गुहा और अन्य उपनामों से इन्हें जाना जाता है. कायस्थ समुदाय बंगाल में भी संपन्न और प्रभावशाली समुदायों में से एक हैं.बंगाल विधानसभा चुनाव में भी उनकी बड़ी भूमिका रहेगी. कोलकाता के आसपास भी इनकी उल्लेखनीय संख्या है.

ये भी पढ़ें- जिस कुर्मी जाति के पंकज चौधरी बने यूपी BJP अध्यक्ष , उसका कितना दबदबा, कानपुर-प्रयागराज से मिर्जापुर तक प्रभाव

यूपी में कायस्थों का राजनीतिक प्रभाव

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अनुसार, यूपी में कायस्थों की आबादी 1.5 से 2 करोड़ के बीच है, जो प्रदेश की जनसंख्या का 3 से 4 फीसदी तक है. प्रदेश के 37 जिलों की 67 विधानसभा सीटों पर उनकी अच्छी खासी तादाद है और राज्य की 25 सीटों पर वो निर्णायक भूमिका निभाते हैं. कायस्थों को लाला भी कहते हैं. यूपी, बिहार में श्रीवास्तव, सिन्हा, माथुर, सक्सेना उपनाम से ये पहचाने जाते हैं.कायस्थ खुद को भगवान चित्रगुप्त का वंशज मानते हैं. आढ़ती, बनिया भी काफी संख्या में इसी समुदाय से होते हैं. कानपुर, उन्नाव, लखनऊ, आगरा, बरेली से लेकर अलीगढ़ तक उनकी संख्या अच्छी खासी संख्या में है. 

Nitin Nabin BJP National President and PM Modi

Nitin Nabin BJP National President and PM Modi

बिहार में कायस्थों की आबादी

बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी और जेडीयू ने सिर्फ 1-1 सीट पर ही कायस्थ उम्मीदवार को उतारा था. बीजेपी से सिर्फ नितिन नवीन उम्मीदवार थे, जो 5वीं बार चुनाव जीतकर मंत्री भी बने. बिहार में कायस्थ जाति की आबादी महज 0.5 फीसदी ही है. नितिन नवीन के पिता नवीन किशोर सिन्हा भी बीजेपी के बड़े नेता रहे हैं. हालांकि अब कायस्थ समुदाय से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर पार्टी ने बड़ा संदेश दिया है.

ये भी पढ़ें- कौन हैं नितिन नवीन, जिन्हें BJP ने बनाया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, नए अध्यक्ष मिलने तक संभालेंगे नड्डा की जिम्मेदारी

माना जा रहा है कि 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद नितिन नवीन को पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाया जा सकता है. अमित शाह के गृह मंत्री बनने के बाद जेपी नड्डा भी पहले कार्यकारी अध्यक्ष थे.बिहार में रविशंकर प्रसाद, ऋतुराज सिन्हा और संजय मयूख भी इसी समुदाय से आते हैं. प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा जैसे बड़े बीजेपी नेताओं ने नितिन नबीन को बधाई दी है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com