
हो सकता है कि आने वाले दिनों में आपकी गाड़ी के हार्न से ढोलक या बांसुरी की धुन सुनाई दे. इस बात की कोशिश केंद्र सरकार कर रही है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह एक ऐसा कानून बनाने पर विचार कर रहे हैं, जिसके तहत वाहनों के हॉर्न में केवल भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों की ध्वनि का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि भारत इस समय दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार है. उन्होंने बताया कि 2014 में भारत का वाहन क्षेत्र का 14 लाख करोड़ रुपये का था, यह अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये का हो गया है. भारत से आगे केवल अमेरिका और चीन ही हैं.
नितिन गडकरी ने कहा क्या है
गडकरी ने दिल्ली में एक अखबार के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ''मैं एक ऐसा कानून बनाने की योजना बना रहा हूं कि सभी वाहनों के हॉर्न भारतीय संगीत वाद्ययंत्रों पर आधारित हों, ताकि उन्हें सुनना सुखद हो. बांसुरी, तबला, वायलिन, हारमोनियम.''
उन्होंने कहा कि देश में वायु प्रदूषण में परिवहन क्षेत्र का योगदान 40 फीसदी है. नरेंद्र मोदी सरकार मेथनॉल, एथनॉल सहित हरित और जैव ईंधन पर चलने वाले वाहनों को बढ़ावा दे रही है. गडकरी ने कहा कि भारत को दोपहिया वाहनों और कारों के निर्यात से अधिकतम राजस्व मिलता है.
भारत में वाहनों का कारोबार
उन्होंने बताया कि 2014 में भारतीय वाहन क्षेत्र का मूल्य 14 लाख करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये हो गया है. गडकरी ने कहा कि भारत, जापान को पीछे छोड़कर अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया है.
ये भी पढ़ें: कौन हैं सरदार राजा इकबाल सिंह, जो बनेंगे दिल्ली के अगले मेयर; जानें किस पार्टी से BJP में आए हैं
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं