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This Article is From Mar 29, 2024

NDTV बैटलग्राउंड : क्या BJP के लिए दक्षिण का दरवाजा खोलेगा कर्नाटक, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

NDTV बैटलग्राउंड में शामिल पैनल ने कहा कि इस बार बीजेपी कर्नाटक के अलावा दक्षिण के राज्यों में अपनी सीट बढ़ाने को लेकर जमकर मेहनत कर रही है. वहीं विपक्षी दलों की इस लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी उम्मीद दक्षिण के राज्य ही हैं. ऐसे में भारत के इस हिस्से में ये मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है.

बेंगलुरु:

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) में जीत को लेकर बीजेपी (BJP) की अगुआई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और कांग्रेस (Congress) की अगुवाई वाले इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) चुनाव मैदान में आमने-सामने है. 'लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व' को लेकर गठबंधन और पार्टियों की क्या स्थिति है, NDTV अपने खास शो 'Battleground' के जरिए देशभर में जानने की कोशिश कर रही है. मुंबई से शुरू हुआ ये काफिला अब बेंगलुरु पहुंच गया है. जहां एक्सपर्ट पैनल ने दक्षिण में इस बार बीजेपी की संभावनाओं पर अपनी बात रखी.

NDTV बैटलग्राउंड में शामिल पैनल ने कहा कि इस बार बीजेपी कर्नाटक के अलावा दक्षिण के राज्यों में अपनी सीट बढ़ाने को लेकर जमकर मेहनत कर रही है. वहीं विपक्षी दलों की इस लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी उम्मीद दक्षिण के राज्य ही हैं. ऐसे में भारत के इस हिस्से में ये मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है. 

पैनल में शामिल शिक्षाविद संदीप शास्त्री ने कहा, "दक्षिण में 130 लोकसभा की सीटें हैं और उनमें से पिछली बार एनडीए को 30 सीटें मिली थी, मतलब 21 प्रतिशत स्ट्राइक रेट, जबकि उत्तर भारत में यही स्ट्राइक रेट 90 फीसदी है. इसीलिए इस बार सवाल उठता है कि क्या वो इस बार पहले से बेहतर हो सकता है, या बीजेपी के विरोधी पक्ष अपने प्रदर्शन को इस बार भी कायम रखेंगे. इस बार बीजेपी को कर्नाटक के अलावा तेलंगाना में भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी."

आरिन कैपिटल पार्टनर्स के अध्यक्ष टीवी मोहनदास पई ने कहा कि इस बार कर्नाटक के लोग किसी स्कीम के बारे में नहीं सोच रहे हैं, बल्कि वो नौकरी और तरक्की को लेकर आगे की भविष्य देख रहे हैं. कर्नाटक प्रति व्यक्ति आय के मामले में देश में अव्वल राज्यों में से एक है. ये प्रदेश दक्षिण के अन्य प्रदेशों से अलग है, ये हमेशा फ्यूचर को देखकर वोट करता है.

वहीं इन्वेंचर अकादमी की संस्थापक, सीईओ और प्रबंध ट्रस्टी नूरैन फ़ज़ल ने कहा, "शिक्षा एक बड़ा मुद्दा है और बेहद कम लोग इस बारे में बात करते हैं. हमारे पास बेहतरीन प्रतिभा है. दुनिया में सबसे ज्यादा युवाओं की ऊर्जा है, पढ़ रहे बच्चे हैं, नौकरी करने वाले हैं, लेकिन शिक्षा पर उस तरह से ध्यान नहीं दिया जा रहा है. आज इस नई दुनिया में नई तरह की शिक्षा की जरूरत है, हमें उस पर फोकस करना चाहिए."

योर स्टोरी की सीईओ श्रद्धा शर्मा ने कहा कि कर्नाटक वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास करता है. यहां के युवाओं में ये भरोसा आया है कि हमें अमेरिका, या किसी और देश में नहीं जाना है, बल्कि यहीं हम सब कुछ कर सकते हैं, तो ऐसे में इस बार के लोकसभा चुनाव में युवा जमकर वोट करेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का '400 पार' का लक्ष्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस चुनाव में NDA के लिए '400 पार' और अकेले बीजेपी के लिए 370 सीटों को जीतने का लक्ष्य रखा है. इसे पाने के लिए बीजेपी और एनडीए में उसके सहयोगी दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. वहीं, विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी को सत्ता की हैट्रिक लगाने से रोकने के लिए INDIA गठबंधन बनाया है. इन दलों ने 2019 में भी BJP को कड़ी टक्कर दी थी. हालांकि, जहां BJP और NDA के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा है. वहीं, विपक्षी गठबंधन नेतृत्व की कमी से जूझ रहा है. ऐसे में इस लोकसभा चुनाव में भी पीएम मोदी की लोकप्रियता हावी होती दिख रही है.
 

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