भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) की बीएसपी सांसद दानिश अली (Danish Ali) के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों के मामले में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. दानिश अली ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) के लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र को लेकर पलटवार किया है और कहा कि यह संसद के बाहर उनकी लिंचिंग कराने का नैरेटिव है. साथ ही उन्होंने दुबे के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि निशिकांत दुबे के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला बनता है.
दानिश अली ने कहा, "निशिकांत दुबे का पत्र मैंने देखा है. वर्बल लिंचिंग तो हाउस में हो गई हमारी, अब यह हाउस के बाहर लिंचिंग कराने का नैरेटिव है. मैं स्पीकर महोदय से गुजारिश करूंगा कि इसकी जांच करें, अच्छे तरीके से जांच करें. बेबुनियाद आरोप की जांच करें. जिस तरह का यह बेबुनियाद आरोप लगा है, यह एक और विशेषाधिकार हनन का मामला निशिकांत दुबे के खिलाफ बनता है."
VIDEO | "BJP MP Nishikant Dubey's letter (to Lok Sabha Speaker) is to create a narrative pertaining to my 'lynching' outside the House as my 'verbal lynching' already took place," says BSP MP @KDanishAli on Nishikant Dubey's letter to the Speaker seeking probe on his conduct. pic.twitter.com/lSIL3wjEu5
— Press Trust of India (@PTI_News) September 24, 2023
निशिकांत दुबे के लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में क्या था?
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में दुबे ने अली पर गुरुवार को लोकसभा में बिधूड़ी के भाषण के दौरान टोका-टोकी करने और अप्रिय टिप्पणियां करने का आरोप लगाया. साथ ही कहा कि उनके ऐसा करने का मकसद उन्हें (बिधूड़ी को) उकसाना था कि वह अपना धैर्य खो दें.
PM मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप
साथ ही दुबे ने आरोप लगाया कि अली ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ भी ‘बहुत ही आपत्तिजनक और अपमानजनक' टिप्पणी की. भाजपा नेता ने कहा कि यह‘किसी भी देशभक्त जनप्रतिनिधि के लिए अपना संयम खो देने और ऐसे अशोभनीय शब्द बोलकर उनके जाल में फंस जाने के लिए' काफी है.
BJP सांसद ने की थी अली के आचरण की जांच की मांग
दुबे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लोकसभा अध्यक्ष को दानिश अली की अशोभनीय टिप्पणियों और आचरण की भी जांच करनी चाहिए. लोकसभा के नियमों के तहत किसी सांसद को आवंटित समय के दौरान उनके बोलते वक्त टोकने, बैठे-बैठे बोलने और लगातार टीका-टिप्पणी करने के लिए भी सजा देने का प्रावधान है.''
आपत्तिजनक टिप्पणियों पर बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस
बिधूड़ी द्वारा लोकसभा में दानिश अली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किए जाने पर विवाद पैदा हो गया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बिधूड़ी को चेतावनी दी और उनकी पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया. बिधूड़ी की टिप्पणियों को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया है.
विपक्षी दलों ने बिधूड़ी की आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ दल भाजपा पर निशाना साधा है. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) एवं अन्य दलों ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
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