पिछले साल सितंबर में मुजफ्फरनगर सांप्रदायिक दंगों के बाद बगल के शामली जिले में सरकारी जमीन पर कैंपों में रह रहे विस्थापित ग्रामीणों से प्रशासन ने तीन दिन के भीतर वहां से जाने को कहा है।
सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट सुरेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सरकारी अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार को कैंपों का दौरा किया और दंगा विस्थापित लोगों से तीन दिन के भीतर अपने-अपने मूल गांव लौट जाने की 'अपील' की।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, उन्हें सरकारी जमीन पर रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्हें कैंप खाली करने को कहा गया है। ये कैंप शामली जिले के मलकपुरा, नारपुर खुरगान, अकबरपुर और सुनेठी में स्थित हैं।
माना जा रहा है कि सांप्रदायिक दंगों के बाद अपना घर छोड़कर निकलने वाले 250 से ज्यादा परिवार शामली जिले के इन कैंपों में शरण लिए हुए हैं।
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