मुंबई:
मुंबई के पॉश भक्ति पार्क इलाके में हुए महिला वकील पल्लवी पुरकायस्थ की हत्या की गुत्थी भले ही 24 घंटों के भीतर ही सुलझ गई लेकिन मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए सिक्योरिटी गार्ड सज्जाद मुग़ल अगर भागने में कामयाब हो जाता तो हत्या की गुत्थी कभी भी सुलझ नहीं पाती।
जांच में पता चला है कि सज्जाद ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के लिए जो कागजात अपनी सिक्यूरिटी फर्म में जमा किए थे उनमें गलत पता दिया गया था।
सज्जाद जम्मू-कश्मीर के बारामुला के उरी का रहने वाला है लेकिन उसने सिक्योरिटी फर्म को अपना पता लाल चौक श्रीनगर का दिया था।
क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त हिमांशु रॉय के मुताबिक, "सिक्योरिटी फर्म को दिए पते पर अगर पुलिस की टीम उसे पकड़ने जाती तो दिए गए पते पर क्या मिलता इसका अंदाजा आप ही लगा सकते है।"
रॉय ने बताया, "हमने सिक्योरिटी फर्म के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिक्योरिटी बोर्ड को लिखा है।"
पल्लवी हत्याकांड की जांच कर रही टीम के मुताबिक सज्जाद ने पूरी प्लानिंग के साथ ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
पुलिस की जांच में जो पूरी कहानी सामने आई है वह कुछ इस प्रकार है... हत्या वाले दिन पल्लवी लगभग एक बजे रात को अपने घर पंहुचती है तो उसे पता चलता है की उसके घर में बिजली नहीं है। मदद के लिए वह सिक्योरिटी गार्ड से बिजली ठीक करने वाले को बुलाने के लिए कहती है।
आरोप है कि सज्जाद ने ही पल्लवी के घर की बिजली को एक सोची-समझी साजिश के चलते काटी थी ताकि उसे पल्लवी के घर में आने का मौका मिल सके।
जांच में पता चला कि जिस वक़्त पल्लवी के घर की बिजली ठीक हो रही थी उसी दौरान सज्जाद ने पल्लवी के घर की चाभी चुरा ली।
आरोप है कि लगभग डेढ़ बजे के करीब सज्जाद चुराई हुए चाभी की मदद से घर में घुसा। सज्जाद चाकू की नोंक पर पल्लवी से जोर जबर्दस्ती करने की कोशिश करना चाहता था लेकिन पल्लवी के पुरजोर विरोध के बाद सज्जाद ने चाकू से पल्लवी को बुरी तरह से घायल कर दिया।
सज्जाद ने पल्लवी के गले पर चाकू से वारकर उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया। पल्लवी को घायल कर सज्जाद भागकर इमारत की तीसरी मंजिल पर पंहुचा और उसने वह अपना चाकू छुपा दिया उसके बाद इमारत की दीवार फांदकर भाग खड़ा हुआ।
सुबह लगभग पांच बजे जब पल्लवी का दोस्त अविक गुप्ता घर आया और उसने पल्लवी को खून में लथपथ देखा तो पुलिस को खबर कर उसने पल्लवी को अस्पताल पहुंचाने की नाकाम कोशिश भी की लेकिन पल्लवी अस्पताल पहुंचने के पहले ही मर चुकी थी।
जांच में जुटी क्राइम ब्रांच को सज्जाद पर शक तब हुआ उसे पता चला कि वह घटना वाली रात से ही फरार चल रहा है। अपने मुखबिरों की मदद से क्राइम ब्रांच ने सज्जाद को मुंबई सेंट्रल स्टेशन से उस वक़्त पकड़ा जब वह ट्रेन पकड़कर मुंबई से भागने की फ़िराक में था।
फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में आए सज्जाद को शनिवार को मुंबई के किला कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जांच में पता चला है कि सज्जाद ने सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी के लिए जो कागजात अपनी सिक्यूरिटी फर्म में जमा किए थे उनमें गलत पता दिया गया था।
सज्जाद जम्मू-कश्मीर के बारामुला के उरी का रहने वाला है लेकिन उसने सिक्योरिटी फर्म को अपना पता लाल चौक श्रीनगर का दिया था।
क्राइम ब्रांच के संयुक्त पुलिस आयुक्त हिमांशु रॉय के मुताबिक, "सिक्योरिटी फर्म को दिए पते पर अगर पुलिस की टीम उसे पकड़ने जाती तो दिए गए पते पर क्या मिलता इसका अंदाजा आप ही लगा सकते है।"
रॉय ने बताया, "हमने सिक्योरिटी फर्म के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सिक्योरिटी बोर्ड को लिखा है।"
पल्लवी हत्याकांड की जांच कर रही टीम के मुताबिक सज्जाद ने पूरी प्लानिंग के साथ ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
पुलिस की जांच में जो पूरी कहानी सामने आई है वह कुछ इस प्रकार है... हत्या वाले दिन पल्लवी लगभग एक बजे रात को अपने घर पंहुचती है तो उसे पता चलता है की उसके घर में बिजली नहीं है। मदद के लिए वह सिक्योरिटी गार्ड से बिजली ठीक करने वाले को बुलाने के लिए कहती है।
आरोप है कि सज्जाद ने ही पल्लवी के घर की बिजली को एक सोची-समझी साजिश के चलते काटी थी ताकि उसे पल्लवी के घर में आने का मौका मिल सके।
जांच में पता चला कि जिस वक़्त पल्लवी के घर की बिजली ठीक हो रही थी उसी दौरान सज्जाद ने पल्लवी के घर की चाभी चुरा ली।
आरोप है कि लगभग डेढ़ बजे के करीब सज्जाद चुराई हुए चाभी की मदद से घर में घुसा। सज्जाद चाकू की नोंक पर पल्लवी से जोर जबर्दस्ती करने की कोशिश करना चाहता था लेकिन पल्लवी के पुरजोर विरोध के बाद सज्जाद ने चाकू से पल्लवी को बुरी तरह से घायल कर दिया।
सज्जाद ने पल्लवी के गले पर चाकू से वारकर उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया। पल्लवी को घायल कर सज्जाद भागकर इमारत की तीसरी मंजिल पर पंहुचा और उसने वह अपना चाकू छुपा दिया उसके बाद इमारत की दीवार फांदकर भाग खड़ा हुआ।
सुबह लगभग पांच बजे जब पल्लवी का दोस्त अविक गुप्ता घर आया और उसने पल्लवी को खून में लथपथ देखा तो पुलिस को खबर कर उसने पल्लवी को अस्पताल पहुंचाने की नाकाम कोशिश भी की लेकिन पल्लवी अस्पताल पहुंचने के पहले ही मर चुकी थी।
जांच में जुटी क्राइम ब्रांच को सज्जाद पर शक तब हुआ उसे पता चला कि वह घटना वाली रात से ही फरार चल रहा है। अपने मुखबिरों की मदद से क्राइम ब्रांच ने सज्जाद को मुंबई सेंट्रल स्टेशन से उस वक़्त पकड़ा जब वह ट्रेन पकड़कर मुंबई से भागने की फ़िराक में था।
फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में आए सज्जाद को शनिवार को मुंबई के किला कोर्ट में पेश किया जाएगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं