करीब 7 महीनो तक बंद रहने के बाद सोमवार से मुम्बई मेट्रो (Mumbai Metro) को एक बार फिर से आम आदमी के लिए शुरू किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही कोरोना से बचाव के लिए कई नियम बनाए गए हैं जिसका पालन करना अनिवार्य होगा. जैसे अब मेट्रो में एक समय में 300 लोगों को ही सफर करने दिया जाएगा. जहां पहले करीब 1300 से 1500 लोग इसमें सफर किया करते थे.
मुम्बई मेट्रो के सीईओ अभय कुमार मिश्रा ने एनडीटीवी को बताया, "सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए हमने एक समय में केवल 300 लोगों को जाने की अनुमति दी है.. जैसे जैसे भीड़ बढ़ेगी, चीज़ो को बदला जाएगा. "
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सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर रात के साढ़े आठ बजे तक चलने वाली मेट्रो में हर रोज़ 200 गाडियां चलाई जाएंगी. पहले इसकी संख्या 450 थी. इसके अलावा लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखना होगा. AC का कम से कम उपयोग करने के लिए हर एक स्टेशन पर ज़्यादा समय के लिए दरवाज़े को खोला जाएगा ताकि हवा अंदर आ सके. लोगों के तापमान जांचे जाएंगे और साथ ही ऑनलाइन पेमेंट पर ज़्यादा ज़ोर दिया जाएगा.
मुंबई मेट्रो के सीईओ ने बताया, "पहले की तरह टोकन देने के बजाय लोगों को पेपर टिकट दिए जाएंगे ताकि खतरा सीमित हो, साथ ही ऑनलाइन पेमेंट की कई सुविधाएं मौजूद रहेंगी."
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घाटकोपर से वर्सोवा की ओर चलने वाली मेट्रो का इस्तेमाल अधिकांश दफ्तर जाने वाले लोग करते हैं. लॉकडाउन के बाद से जहां सड़क पर ट्रैफिक के वजह से लोगों के कई घंटे बर्बाद हो रहे थे, तो वहीं मेट्रो के दोबारा शुरू होने से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है
मुम्बई लोकल और मुंबई मेट्रो में एक बड़ा अंतर यह है कि लोकल में फिलहाल अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को ही सफर करने दिया जा रहा है पर मेट्रो में हर कोई सफर कर सकता है, बशर्ते वो सभी नीयमों का पालन करें.
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