मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के 34 मजदूरों को प्रशासन के दखल के बाद मुक्त करवा लिया गया. बता दें, खरगोन जिले के बामनपूरी, भिकारखेड़ी, नागझिरी गांव के करीब 34 मजदूर महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक व्यापारी के पास गन्ना कटाई का काम करने गए थे. जिन्हें खेत मालिक द्वारा बंधक बनाकर काम करवाया जा रहा था. घटना की शिकायत मिलने पर बड़वाह एसडीओपी मानसिंग ठाकुर के प्रयासों के बाद खेत मालिक ने मजदूरों को रिहा कर उनके घर वापस भेजा दिया है.
दरअसल, खरगोन जिले के बड़वाह ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम बामनपुरी निवासी रमेश ने बामनपुरी सरपंच नंदलाल गुर्जर के साथ 15 जनवरी को बड़वाह थाने आकर एसडीओपी मानसिंग ठाकुर के समक्ष एक शिकायती आवेदन दिया था. जिसमें शिकायतकर्ता रमेश ने बताया था कि उसके बहू और बेटे सहित 15 मजदूर परिवार और ग्राम भीकारखेडी के 5 परिवार मजदूरी करने के सोलापुर (महाराष्ट्र) गए थे जहां उन्हें बंधक बना लिया गया है.
आपको ये बात चुभेगी लेकिन देश के कई हिस्सों में खेतिहर #मजदूरों की यही दशा है, बड़े #किसानों ने सामंतवादी व्यवस्था बनाकर उनका खूब शोषण किया है, अफसोस उनके शोषण, दमन और उनकी कहानियों को कभी कवरेज नहीं मिली @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/QETI5A73n9
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) January 18, 2021
शिकायतकर्ता की तरफ से वीडियो भी दिखाया गया था. शिकायत पर एसडीओपी ठाकुर ने कार्रवाई करने का आश्वासन परिजनों को दिया था. प्रशासन की तरफ से किए गए प्रयासों के बाद रविवार शाम करीब 9 बजे बच्चों सहित करीब 34 मजदूर सकुशल अपने घर वापस आ गए. प्रशासन की तरफ से उठाए गए कदमों से लोगों में खुशी देखी गयी. सभी मजदूरों का कोविड-19 की जांच कर उन्हें उनके घर भेज दिया गया.
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