ओडिशा के कटक की पॉक्सो अदालत के विशेष न्यायाधीश की मां ने शनिवार को आरोप लगाया कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उनकी पत्नी और उसके भाई ने उनकी हत्या की. बाल यौन अपराध संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम से संबंधित अदालत के विशेष न्यायाधीश सुभाष कुमार बिहारी अपने सरकारी आवास में फंदे से लटके मिले थे.
मृतक न्यायिक अधिकारी की मां तुलसी बिहारी ने मरकट नगर थाने में दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में यह भी दावा किया है कि शुक्रवार को मृत पाये गये उनके बेटे को दो लोगों ने मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया था.
मरकट नगर थाना प्रभारी सौंदर्य मोहंती ने कहा, ‘‘हमने कल अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है. जांच जारी है और हम न्यायाधीश के भाई, मां और ससुराल वालों के बयान ले रहे हैं.'' अतिरिक्त जिला न्यायाधीश रैंक के न्यायिक अधिकारी सुभाष कुमार बिहारी शुक्रवार दोपहर अपने सरकारी आवास में छत के पंखे से लटके पाए गए थे. उनके गले पर चोट के निशान थे.
तुलसी बिहारी (75) ने शिकायत में आरोप लगाया है, “मेरे बेटे ने आत्महत्या नहीं की है. उनकी हत्या कर दी गई और बाद में उनका शव पंखे से लटका दिया गया.” उन्होंने पुलिस से मामले की गहन जांच का आग्रह किया. उन्होंने शुक्रवार को अपने पिता की पुण्यतिथि पर छुट्टी ली थी. पुलिस ने बताया कि घटना के वक्त उनकी पत्नी और दो बेटियां घर पर नहीं थीं.
तुलसी ने अपनी शिकायत में कहा है कि उनके बेटे का 15 साल पहले प्रेम विवाह हुआ था और उनके बेटे ने कई मौकों पर उन्हें (मां को) बताया था कि पत्नी और उसका भाई उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता था.
पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार रात न्यायिक अधिकार के शव का पुरी में अंतिम संस्कार कर दिया गया. शव की अंत्येष्टि को लेकर मृतक की पत्नी और उसके भाई के बीच कहासुनी हो गई थी. मृतक का भाई उनका पार्थिव शरीर जाजपुर जिले में उनके पैतृक घर ले जाना चाहता था.
न्यायाधीश के एक रिश्तेदार अरुण कुमार पाही ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है. न्यायिक अधिकारी की पत्नी ने फिलहाल इस मामले में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
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