क्या भारतीय करेंसी नोटों से हट सकती है महात्मा गांधी की फोटो? सरकार ने संसद में दिया बड़ा बयान

1969 में महात्मा गांधी के 100वें जन्मदिन पर पहली बार करेंसी पर महात्मा गांधी की तस्वीर छापी गई. इसमें महात्मा गांधी को बैठे हुआ दिखाया गया था. पीछे सेवाग्राम आश्रम छपा था.

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने हाल ही में करेंसी नोट (Indian Currency) पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर छापने की मांग की थी. इस मांग को लेकर सरकार का संसद में जवाब सामने आया है. सरकार ने संसद को बताया कि उसके पास भारतीय करेंसी नोट पर स्वतंत्रता सेनानियों से लेकर, प्रख्यात व्यक्तियों, देवी और देवताओं यहां तक की जानवरों की भी तस्वीर छापने की मांग को लेकर अनुरोध किया गया है. वहीं, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की तस्वीर करेंसी नोट से हटाने की किसी भी योजना से सरकार ने सिरे से इंकार कर दिया है. 

लोकसभा में सरकार से सवाल किया गया था कि क्या भारती करेंसी नोट पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश  के फोटो समेत और भी फोटो लगाने की मांग को लेकर सरकार से क्या अनुरोध किया गया है? ऐसे में सरकार की इस मांग को लेकर क्या योजना है? इस सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने स्वीकार किया है सरकार से अनुरोध कर ये मांग की गई है. उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों से लेकर, प्रख्यात व्यक्तियों,  देवी और देवताओं और जानवरों की भी करेंसी नोट पर तस्वीर छापने की मांग की गई है. 

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उन्होंने बताया कि आरबीआई के एक्ट 1934 के सेक्शन 25 के तहत बैंक नोट के डिजाइन, फॉर्म और मटेरियल के इस्तेमाल को लेकर आरबीआई के सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की सिफारिश के बाद सरकार से मंजूरी लेनी पड़ती है जिसके बाद ही बदलाव संभव है.  

अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा था?
दरअसल, अक्टूबर में अरविंद केजरीवाल ने भारतीय रुपये पर भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की फोटो लगाने की मांग की. उन्होंने आगे कहा कि नोट पर एक तरफ गांधीजी और दूसरी तरफ लक्ष्मी-गणेश की फोटो होगी, तो इससे पूरे देश को उनका आशीवार्द मिलेगा. उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि लक्ष्मी जी को समृध्दि की देवी माना गया है, तो वहीं गणेश जी सभी विघ्न को दूर करते हैं. केजरीवाल ने इसी वजह से दोनों देवी-देवताओं की फोटो को नोट पर लगानी की बात कही. 

1969 में पहली बार छपी थी गांधीजी की फोटो
बता दें कि 1969 में महात्मा गांधी के 100वें जन्मदिन पर पहली बार करेंसी पर महात्मा गांधी की तस्वीर छापी गई. इसमें महात्मा गांधी को बैठे हुआ दिखाया गया था. पीछे सेवाग्राम आश्रम छपा था. 

18 साल बाद 500 के नोट में छपी गांधीजी की तस्वीर
तकरीबन 18 साल बाद 500 के नोट पर गांधी जी की तस्वीर सामने आई. साल 1987 में आरबीआई ने गांधी की फोटो वाली 500 रुपये की नोट को जारी किया. अब जानकारी हो गया है कि फोटो इस साल से लगनी शुरू हो गई थी. अब जान लेते हैं आरबीआई ने महात्मा गांधी जी की तस्वीर लगाने के लिए क्यों निर्णय लिया था.

आरबीआई ने गांधी जी की फोटो क्यों लगाई?
भारत में जब फोटो वाली नोट सामने आई तो आरबीआई ने बताया कि नोट पर फोटो इसलिए लगाया गया, ताकि उसकी कोई नक्ल ना कर सके. आमतौर पर नोटों पर किसी सिंबल या संकेतों को कॉपी किया जा सकता है, लेकिन इंसानी फोटो को कॉपी करना बेहद ही मुश्किल काम है. अब सवाल उठता है कि गांधीजी ही क्यों? इस संबंध में आरबीआई ने बताया कि गांधीजी का इसलिए चयन किया गया, ताकि कोई वर्ग उनका विरोध नहीं कर सकता था. इसके अलावा देश को अंग्रेजों से आजाद कराने में अहम भूमिका रही. इसलिए निर्णय लिया गया कि गांधी जी की ही तस्वीर भारतीय नोटों पर लगेगी.

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