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Mock Drill Video: UP, पंजाब, राजस्थान और जम्मू समेत देशभर में आपात परिस्थितियों से निपटने की चल रही तैयारी

कुछ जगहों पर पुलिस, स्थानीय प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के साथ अभ्यास शुरू हो चुके हैं. जम्मू में स्कूली बच्चे हवाई हमले की चेतावनी पर डेस्क के नीचे छिपने का अभ्यास कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश में पुलिस और अधिकारी आग बुझाने और घायलों को निकालने का अभ्यास कर रहे हैं.

Mock Drill Video: UP, पंजाब, राजस्थान और जम्मू समेत देशभर में आपात परिस्थितियों से निपटने की चल रही तैयारी

Mock Drill Video: पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए हमले में आतंकवादियों द्वारा 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है. साथ ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े एक्शन भी लिए. अब इसी बीच गृह मंत्रालय ने राज्यों को मॉक ड्रिल करने के निर्देश दिए हैं. इसमें हवाई हमले की चेतावनी सायरन, कंट्रोल रूम, वायुसेना से हॉटलाइन, और महत्वपूर्ण सेवाओं जैसे अग्निशमन की जांच होगी. इस मॉक ड्रिल में हवाई हमले की स्थिति में ब्लैकआउट और आपातकालीन निकासी का भी अभ्यास होगा. दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे शहरों में बिजली संयंत्र, कारखाने और सार्वजनिक ढांचों को छिपाने का अभ्यास होगा. बता दें कि यह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद पहला ऐसा अभ्यास है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना को जवाबी कार्रवाई की छूट दी है, जिससे पाकिस्तानी सेना के भारतीय शहरों पर हमले की आशंका बढ़ गई है.

लखनऊ में हवाई हमले के सायरन बजाए गए और भीड़ नियंत्रण का अभ्यास होगा. यूपी में 19 उच्च जोखिम वाले स्थान चिह्नित किए गए हैं.

दिल्ली पुलिस को कनॉट प्लेस जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आपातकालीन प्रोटोकॉल की जानकारी दी गई. पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान और पंजाब के जिलों में भी सतर्कता है. पुलिस और सीमा अधिकारी आतंकवादियों और जासूसों पर नजर रख रहे हैं.

पंजाब के 20 जिलों और ओडिशा के 12 स्थानों, जैसे पुरी, में भी अभ्यास होंगे. पुरी में 27 जून को रथ यात्रा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) कमांडो तैनात हैं.

कर्नाटक के 3 और गुजरात के 15 जिलों में भी अभ्यास होंगे. मणिपुर की राजधानी इंफाल में अग्निशमन सेवाओं के लिए खास मोटरबाइक तैनात की गई हैं, ताकि संकरी गलियों में तेजी से पहुंचा जा सके.

देश में सिविल डिफेंस जिले तीन श्रेणियों में बंटे हैं. दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और परमाणु रिएक्टर वाले जिले जैसे कलपक्कम, सूरत, और तारापुर उच्च जोखिम वाली श्रेणी 1 में हैं.

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