![राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य आतिफ रशीद ने कहा, "यह समय राजनीति करने का नहीं" राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य आतिफ रशीद ने कहा, "यह समय राजनीति करने का नहीं"](https://c.ndtvimg.com/2020-02/ae7giiug_atif-rashid_625x300_25_February_20.jpg?downsize=773:435)
देश की राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर भड़की हिंसा में एक पुलिसकर्मी समेत 13 लोगों की मौत हो गयी है. साथ ही दिल्ली पुलिस के कई जवानों समेत करीब 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इस दौरान पथराव के कारण घायल हुए हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत हो गई है. राजधानी दिल्ली (Delhi CAA Clash) के भजनपुरा, गोकुलपुरी, चांदबाग, मौजपुर, जाफराबाद इलाके में सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोधी और समर्थक आमने-सामने आ गए थे. हिंसा में जमकर पथराव और गोलीबारी हुई थी. एनडीटीवी ने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य आतिफ रशीद के साथ बातचीत की है.
सवाल : दिल्ली में जारी हिंसा और बिगड़ते हालत पर आप क्या कहेंगे?
जवाब : दिल्ली में हालात बहुत नाजुक हैं. जिस तरीके से आगजनी, पत्थरबाजी, सड़कें जाम हो रही हैं मैं समझता हूं कि सरकार को फौरन एक्शन लेना चाहिए और जो हालात CAA समर्थक और विरोधियों के बीच हो रहे हैं वो दुखद हैं. जिस तरीके के हालात उत्पन्न हुए हैं इससे किसी का भला नहीं होगा, हमारे देश की और हमारी दिल्ली की बदनामी का एक कारण बन रहा है. पूरे मामले पर मिलजुलकर राजनीति से ऊपर उठकर शांती स्थापित करने की तरफ ध्यान देना चाहिए.
सवाल : दिल्ली सरकार के मंत्री और उपमुख्यमंत्री ने आरोप लगाया है कि दिल्ली पुलिस कुछ नहीं कर रही है, आप क्या मानते हैं?
जवाब : इस उपद्रव में जिस प्रकार से पुलिस कांस्टेबल शहीद हो गए और एक पुलिस के आला अधिकारी की हालत नाज़ुक है. आम नागरिकों की मौत हो गई है तब आज कहीं ना कहीं मनीष सिसोदिया साहब को यह सोचना चाहिए था कि वो राजनीति से ऊपर उठकर बात करें. यह समय दिल्ली में राजनीति करने का नहीं है. मैं समझता हूं कि संयम बनाने की और भाईचारा और सौहार्द बनाने की अपील करनी चाहिए, इसको राजनीतिक एंगल से देखने की आवश्यकता नहीं है.
सवाल : ऐसा कहा जा रहा है कि पत्थरबाजी के मामलों में पुलिस भी शामिल है, कुछ वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, इस मुद्दे पर आपका क्या कहना है?
जवाब : मैंने एक भी वीडियो नहीं देखा है जिसमें पुलिस पत्थरबाजी कर रही हो. देखिए यह आरोप लगाने का समय नहीं है. ऐसे दोनों तरफ से पत्थरबाजी हुई है यह बात सही है. मैंने ऐसे बहुत सारे वीडियोज देखे हैं. इसमें दोनों तरफ से पत्थरबाजी हो रही है. लेकिन एक भी ऐसा वीडियो नहीं है जिसमें पुलिस पत्थरबाजी कर रही हो. पुलिस बीच-बचाव कर रही है. पुलिस प्रयास कर रही है कि किसी तरीके से नियंत्रण किया जाए लेकिन यह आग की तरह फैलता जा रहा है. पूरे मामले पर सिविल सोसाइटी, राजनेताओं सबको सामने आना चाहिए और शांति की अपील करनी चाहिए.
सवाल : बीजेपी कपिल मिश्रा के बयान पर आपका क्या कहना है?
जवाब : जिसने भी कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश की है कानून उस पर कार्रवाई जरूर करेगा! लेकिन मैंने कपिल मिश्रा का बयान सुना है कि उन्होंने कहा है कि दंगे से किसी का समाधान नहीं होगा चाहे वह CAA समर्थक हो या विरोधी हो. 23 फरवरी को भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की तरफ से जो बंद का आवाहन किया गया था. उन्होंने बाकायदा ट्वीट किया और ये बात कही कि दिल्ली के जाफराबाद से इस जंग की शुरुआत हो चुकी है. मां बहनों को उन्होंने सड़कों पर बैठा दिया और खुद गायब हो गए. मां बहन लाठियां और डंडे खा रही हैं और आज़ाद कहां है? कुछ पता नहीं उनका न ही कोई वर्कर नज़र आ रहा है. मुसलमानों के सेंटीमेंट के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.
VIDEO: दिल्ली में CAA के मुद्दे पर जारी हिंसा के बीच पुलिस ने की शांति की अपील
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