वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि कोरोना वायरस की महामारी के बीच पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित किए गए कि 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज से अर्थव्यवस्था को उबरने में मदद मिलेगी और इस पैकेज का "गुणात्मक प्रभाव" होगा. वित्त मंत्री ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा, " बिजनेस सेक्टर के लिए प्रोत्साहन देना महत्वपूर्ण था. पीएम गरीब कल्याण योजना में हमने कुछ कैश ट्रांसफर किया है, हम फिलहाल इस विकल्प को बंद नहीं कर रहे हैं. यह योजना लॉकडाउन के बाद शुरू की गई है.
निर्मला सीतारमण ने कहा, "कैश ट्रांसफर को लेकर हमने जिस तरह की योजना बनाई, वह प्रभावी साबित हुई है. हमने सोचा कि इन उपायों का काफी अच्छा प्रभाव होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक सुधार को फिर से शुरू करने के लिए व्यवसायों को बढ़ावा देना अहम है.गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को पहकली बार कोरोना वायरस लॉकडाउन लागू करने के एक महीने से भी अधिक समय बाद अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी. लॉकडाउन लगातार आगे बढ़ने के कारण व्यवसायों खासकर छोटे उद्योगों को संकट का सामना करना पड़ रहा था. कर्मचारी वर्ग के सामने भी जॉब गंवाने या वेतन में कटौती जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा था.
सबसे ज्यादा परेशानी उन मजदूरों के लिए थी जिनका रोजगार काम बंद होने के कारण छिन गया था. रोज कमाने और खाने वाला मजदूर वर्ग लॉकडाउन के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ था. आर्थिक परेशानी और काम नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में मजदूर पैदल चलकर घर लौट रहे थे, इनमें से कई को सड़क दुर्घटना का शिकार होकर जान गंवानी पड़ी, वहीं कुछ ने लगातार चलने की थकान के कारण दम तोड़ दिया. सब्जी और फसल उगाने वालों किसानों और मछुआरों के लिए भी आर्थिक पैकेज में राहत का ऐलान किया गया है.
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