प्रतीकात्मक तस्वीर
हैदराबाद:
तेलंगाना के खम्मम में नक्सलियों ने सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के छह नेताओं का अपहरण कर लिया। खम्मम जिले में चारला मंडल के पुसुगुप्पा गांव में बुधवार देर रात भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के कार्यकर्ताओं ने टीआरएस के स्थानीय नेताओं को अगवा कर लिया।
गांव में कुछ लोगों से मिलने गए थे नेता
यह गांव छत्तीसगढ़ की सीमा से कुछ ही दूरी पर है। अगवा किए गए नेताओं में भद्राचलम क्षेत्र के टीआरएस प्रभारी एम. रामाकृष्णा भी शामिल हैं। वारदात की जानकारी गुरुवार अपरान्ह उस समय उजागर हुई जब ये सभी छह नेता घर नहीं लौटे। ये सभी एक गांव में कुछ लोगों से मिलने गए थे।
गुरुवार को गांव में मिला पत्र
सीपीआई (माओवादी) का एक पत्र गुरुवार को गांव में मिला। इसमें नक्सलियों ने हाल में वारंगल जिले में हुई मुठभेड़ को 'फर्जी' बताते हुए इसमें शामिल पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग की है। इस मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे। पत्र में खम्मम से आदिलाबाद तक चल रहे तलाशी अभियान को रोकने की भी मांग की गई है।
पत्र में दी गई धमकी
माओवादी प्रवक्ता जगन के नाम से जारी किया गया है। इसमें टीआरएस सरकार की 'दमनकारी नीतियों' की निंदा की गई है। पत्र में धमकी दी गई है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।
गांव में कुछ लोगों से मिलने गए थे नेता
यह गांव छत्तीसगढ़ की सीमा से कुछ ही दूरी पर है। अगवा किए गए नेताओं में भद्राचलम क्षेत्र के टीआरएस प्रभारी एम. रामाकृष्णा भी शामिल हैं। वारदात की जानकारी गुरुवार अपरान्ह उस समय उजागर हुई जब ये सभी छह नेता घर नहीं लौटे। ये सभी एक गांव में कुछ लोगों से मिलने गए थे।
गुरुवार को गांव में मिला पत्र
सीपीआई (माओवादी) का एक पत्र गुरुवार को गांव में मिला। इसमें नक्सलियों ने हाल में वारंगल जिले में हुई मुठभेड़ को 'फर्जी' बताते हुए इसमें शामिल पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग की है। इस मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे। पत्र में खम्मम से आदिलाबाद तक चल रहे तलाशी अभियान को रोकने की भी मांग की गई है।
पत्र में दी गई धमकी
माओवादी प्रवक्ता जगन के नाम से जारी किया गया है। इसमें टीआरएस सरकार की 'दमनकारी नीतियों' की निंदा की गई है। पत्र में धमकी दी गई है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो इसके गंभीर नतीजे होंगे।