मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) के बाद राज्य में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 2023 (National Eligibility cum Entrance Test 2023) को स्थगित कर दिया गया है. मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार के अनुरोध पर यह निर्णय लिया गया है. अब मणिपुर में सात मई को होने वाली परीक्षा फिलहाल नहीं होगी. मणिपुर राज्य में जिन उम्मीदवारों का परीक्षा केंद्र था, उनकी परीक्षा को स्थगित किया गया है. इन उम्मीदवारों के लिए नई तारीख की घोषणा जल्द ही की जाएगी.
इस बार मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट-यूजी)-2023 के लिए रिकॉर्ड 20.87 लाख पंजीकरण प्राप्त हुए हैं, जिनमें करीब 12 लाख महिला उम्मीदवार शामिल हैं. आंकड़ों के अनुसार, कुल 20.87 लाख उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 2.57 लाख अधिक है.
महिला उम्मीदवारों की संख्या अधिक
इस साल महिला उम्मीदवारों की संख्या, पुरूष उम्मीदवारों की तुलना में अधिक है.आंकड़ों के मुताबिक इस साल 11.8 लाख महिला उम्मीदवारों ने पंजीकरण करवाया है, जबकि इसकी तुलना में 9.02 लाख पुरूष उम्मीदारों ने पंजीकरण कराया है.
अब तक 54 लोगों की मौत
मणिपुर में जातीय हिंसा में अब तक 54 लोगों की मौत हो चुकी है और 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं. प्रमुख इलाकों में सेना की अतिरिक्त अतिरिक्त टुकड़ियों और केंद्रीय पुलिस बल के जवानों की तैनाती की गई है. शुक्रवार को जिन इलाकों में उग्रवादी समूहों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई थी, वहां सड़कों पर बेरीकेड लगाकर घेराबंदी कर दी गई है. राज्य से बाहर निकलने के प्रयास में इंफाल हवाई अड्डे पर छात्रों समेत बड़ी संख्या में लोग एकत्रित देखे गए.
प्रदर्शन के बाद भड़का था दंगा
मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने के कदम के खिलाफ बुधवार को कुकी और नागा सहित आदिवासियों द्वारा प्रदर्शन किए जाने के बाद दंगा भड़क गया था.
ये भी पढ़ें :
* मणिपुर हिंसा में अब तक 54 लोगों की मौत, सरकार ने भेजे अतिरिक्त सुरक्षा के जवान ध
* सीआरपीएफ ने छुट्टी पर गए मणिपुर के कर्मियों को नजदीकी अड्डे पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया
* मणिपुर हिंसा : 13,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं