अर्थव्यवस्था को संभालें, सुर्खियों को नहीं : रुपये में गिरावट पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी से कहा

कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा: "भारतीय रुपया पीएम मोदी की सरकार के तहत ICU (गहन चिकित्सा इकाई) में है"

अर्थव्यवस्था को संभालें, सुर्खियों को नहीं : रुपये में गिरावट पर राहुल गांधी ने पीएम मोदी से कहा

राहुल गांधी ने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "अंधी आलोचना" से दूर रहेंगे.

नई दिल्ली:

कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने आज कहा कि वे रुपये के मूल्य में एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की "अंधी आलोचना" से दूर रहेंगे. उन्होंने पार्टी लाइन से हटकर हालात की खूबियों की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि "मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के बजाए हमारी अर्थव्यवस्था के प्रबंधन पर ध्यान दें." डॉलर के मुकाबले आज रुपया 77.40 के अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया.

रुपये में आई गिरावट ने देश के विदेशी मुद्रा भंडार में और कमी आने का संकेत दिया, जो शुक्रवार को 2.695 बिलियन डॉलर की गिरावट के बाद 597.728 बिलियन डॉलर पर था. फरवरी में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से यह गिरावट का लगातार आठवां सप्ताह था.

राहुल गांधी ने ट्वीट किया :
''मोदी जी जब रुपया में गिरावट आती थी तो आप मनमोहन जी की आलोचना करते थे. अब रुपया अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर है. लेकिन मैं आंख बंद करके आपकी आलोचना नहीं करूंगा. रुपया का गिरना निर्यात के लिए अच्छा है, बशर्ते हम निर्यातकों को पूंजी के साथ समर्थन दें और रोजगार सृजित करने में मदद करें. हमारी अर्थव्यवस्था के प्रबंधन पर ध्यान दें, न कि मीडिया की सुर्खियों पर.''

कांग्रेस ने पहले ही इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) तक पहुंचने वाले रुपये का नारा दिया है. गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान रुपये पर पीएम मोदी की टिप्पणी की एक क्लिप को शामिल करते हुए कांग्रेस ने ट्वीट किया: "रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर है, 77.20 प्रति डॉलर से अधिक नीचे. जैसे ही निराशा देश को घेर लेती थी, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री और उनकी सरकार पर दृढ़ता से ने निशाना साधते थे. सुनें:"

इस बात पर जोर देते हुए कि आजादी के बाद से 75 वर्षों में ऐसा कभी नहीं हुआ, कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने कहा: "भारतीय रुपया पीएम मोदी की सरकार के तहत ICU (इंटेंसिव केयर यूनिट) में है ... जीवन असहनीय और महंगा हो गया है, चाहे वह पेट्रोल हो, डीजल, रसोई गैस, सीएनजी, पीएनजी, या खाने की चीजें. सब कुछ आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गया है."

साल 2014 के चुनावों से पहले पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार की लगातार आलोचना की थी.

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अगस्त 2013 में मेहसाणा में एक समारोह में उन्होंने कहा था, "एक समय था जब भारतीय रुपया बहुत शोर कर रहा था. लेकिन आज यह अपनी आवाज खो चुका है. और इसी तरह हम अपने प्रधानमंत्री की आवाज नहीं सुन पा रहे हैं. दोनों मूक हो गए."