वही नागरिक जिसे बंधक बनाया गया था...
जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ की बस पर हमला करने वाले दो आतंकियों में से एक को जिंदा गिरफ्तार कर लिया गया है। यह आतंकवादी पाकिस्तान के फैसलाबाद से है, जिसका नाम उस्मान खान है। इस आतंकी ने फरार होने के लिए कुछ लोगों को बंधक बनाया और रास्ता पूछने के जरिये फरार होने की कोशिश की। (जांच में पता चला है कि पकड़े गए आतंकी का नाम उस्मान नहीं नावेद है।)
यहां देखें पूरा वीडियो
इस आतंकी द्वारा बंधक बनाए जाने वालों में शामिल एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि उसने हमें मारा और धमकी दी। वह बोला, रास्ता बताओ, मुझे फरार होना है। साथ ही उसने कहा, डरो मत, आपको कुछ नहीं कहूंगा। हम चल पड़े। उसे भूख लगी थी हमने उसे खाना भी खिलाया।
तब तक ऊपर से पुलिस आ गई। जब उसने देखा कि पुलिस आ गई, तो हमें टॉर्चर करना शुरू कर दिया। हममें से एक ने उसकी गर्दन दबाई और मैंने उसकी गन पकड़ी। उसने कहा कि मुझे छोड़ दो, मैं भाग जाऊंगा। उसने हमें मारा भी, लेकिन हमने उसे दबोचे रखा।
जबकि एक दूसरे युवक ने बताया कि मैंने फायरिंग की आवाजें सुनीं, तो मैं घर से बाहर आया। तब तक देखा कि यह सामने से कुछ लोगों को बंधक बनाकर आ रहा है। इसने मुझे बोला कि ऐसे रास्ते पर लेकर चलो, जहां मैं पकड़ा न जाऊं। मैं बंदूक के डर से उसके साथ चल दिया। लेकिन विश्वास था कि भारत माता की खातिर इसे पकड़ सकते हैं।
इस हाइवे पर हमला सुरक्षा बलों के लिए चिंता की बात है, क्योंकि अमरनाथ जाने वाले तीर्थयात्री अक्सर इसी मार्ग से होकर जाते हैं। इसके साथ ही इस मार्ग पर इस तरह के हमले बहुत कम हुए हैं, लेकिन खुश हूं कि देश के लिए इसे गिरफ्तार करवा पाने में कामयाब हुआ।
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इस आतंकी द्वारा बंधक बनाए जाने वालों में शामिल एक स्थानीय नागरिक ने बताया कि उसने हमें मारा और धमकी दी। वह बोला, रास्ता बताओ, मुझे फरार होना है। साथ ही उसने कहा, डरो मत, आपको कुछ नहीं कहूंगा। हम चल पड़े। उसे भूख लगी थी हमने उसे खाना भी खिलाया।
तब तक ऊपर से पुलिस आ गई। जब उसने देखा कि पुलिस आ गई, तो हमें टॉर्चर करना शुरू कर दिया। हममें से एक ने उसकी गर्दन दबाई और मैंने उसकी गन पकड़ी। उसने कहा कि मुझे छोड़ दो, मैं भाग जाऊंगा। उसने हमें मारा भी, लेकिन हमने उसे दबोचे रखा।
जबकि एक दूसरे युवक ने बताया कि मैंने फायरिंग की आवाजें सुनीं, तो मैं घर से बाहर आया। तब तक देखा कि यह सामने से कुछ लोगों को बंधक बनाकर आ रहा है। इसने मुझे बोला कि ऐसे रास्ते पर लेकर चलो, जहां मैं पकड़ा न जाऊं। मैं बंदूक के डर से उसके साथ चल दिया। लेकिन विश्वास था कि भारत माता की खातिर इसे पकड़ सकते हैं।
इस हाइवे पर हमला सुरक्षा बलों के लिए चिंता की बात है, क्योंकि अमरनाथ जाने वाले तीर्थयात्री अक्सर इसी मार्ग से होकर जाते हैं। इसके साथ ही इस मार्ग पर इस तरह के हमले बहुत कम हुए हैं, लेकिन खुश हूं कि देश के लिए इसे गिरफ्तार करवा पाने में कामयाब हुआ।
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