कोलकाता:
तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि वह पश्चिम बंगाल विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी। लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि यदि उनकी पार्टी जीती तो वह सरकार की अगुवाई करेंगी और छह माह के भीतर विधानसभा का चुनाव जीत लेंगी। उन्होंने कहा, यह अनिवार्य नहीं है कि मैं चुनाव लड़ूं। यदि लोग चाहेंगे तो मैं चुनाव लड़े बिना भी सरकार की अगुवाई कर सकती हूं क्योंकि संवैधानिक प्रावधान है कि नयी विधानसभा के गठन के छह माह के भीतर चुनाव जीता जा सकता है। ममता ने दिल्ली रवाना होने से पहले कालीघाट स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा कि वह रेल मत्री बनी रहेंगी और अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेंगी। रेलवे मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी के जीतने पर छह माह के भीतर वह विधानसभा के लिए निर्वाचित हो जायेंगी। उन्होंने कहा, फिलहाल मैं अपना जोर प्रचार पर लगा रही हूं ताकि मैं अपना काम ढंग से कर सकूं। ममता ने कहा कि उन्होंने हाल में रेल बजट पेश किया है और उन्हें उसे संसद में पारित करवाना है। उन्होंने कहा, कल और परसों बजट पर सदन में चर्चा होगी। तृणमूल प्रमुख ने सभी राजनीतिक दलों से कहा कि वह राज्य में चुनाव प्रचार को शांतिपूर्ण बनाये रखे। उन्होंने कहा, कोई राजनीतिक विद्वेष नहीं होना चाहिए तथा सभी को राजनीतिक गरिमा कायम रखने के बारे में सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह चुनाव प्रचार के लिए यहां आठ या नौ मार्च को वापस लौट आयेंगी। कांग्रेस के साथ तृणमूल के गठजोड़ के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में ममता ने कहा, इस बारे में कोई चिंता नहीं की जानी चहिए। हमारी कांग्रेस से बातचीत हो चुकी है। हमारा कांग्रेस के साथ गठजोड़ बरकरार है।