पुलिस की सतर्कता के चलते महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक और साधु हत्याकांड होने से बच गया. पालघर जिले के वानगांव पुलिस थाने के चंद्रनगर गांव में दो साधु भिक्षा मांगने के लिए आए थे. इस दौरान गांव में अफवाह फैल गई कि साधु के वेश में बच्चे चोर आए हैं. अफवाह फैलते ही लोगों ने बिना देरी किए दोनों साधुओं को घेर लिया. लेकिन भीड़ कुछ बुरा कर पाती इससे पहले ही पुलिस को खबर लग गई. जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने गांववालों को समझाया और दोनों साधुओं को सुरक्षित वहां से निकाल लिया.
जिले के एसपी बालासाहेब पाटिल ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में पिछले 6 महीने से जनसंवाद अभियान चल रहा है. जिसके तहत एक पुलिस को एक गांव की जिम्मेदारी दी गई है और उन्हें गांव वालों के संपर्क में रहकर संवाद बनाए रखने को कहा गया है. इतना ही नहीं इसके लिए पुलिस और गांववालों का अलग व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया गया हैं. जिसके जरिए इनमें संवाद बना रहता है. इसी वजह से कल समय रहते साधुओं के पकड़े जाने की सूचना पुलिस को मिल पाई. पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और दोनों साधुओं को बचा लिया.
गौरतलब है दो साल पहले लॉकडाउन के दौरान इसी तरह की एक घटना देखने को मिली थी. अफवाह के चलते पालघर में गांववालों ने दो साधुओं को बुरी तरह से मारा था. जिसके कारण साधुओं की मौत हो गई थी.
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