कहते हैं कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती. लेकिन कोई कोशिश भी कितनी बार करे? आज हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी बता रहे हैं जिन्होंने दसवीं में दस बार फेल होने के बाद भी हार नहीं मानी और फिर 11वीं बार में सफलता हासिल की. महाराष्ट्र के बीड जिले में कृष्णा मुंडे नाम का युवक लगातार 10 बार दसवीं की परीक्षा में असफल हो गया. फिर भी उसने हार नहीं मानी. 11वें प्रयास में परीक्षा में पास हो गया. युवक की सफलता से न सिर्फ उसके परिवार वाले बल्कि पूरा गांव ही जश्न मना रहा है.
बीड में परली तालुका के डाबी गांव के रहने वाले युवक के पिता नामदेव मुंडे पेशे से मजदूर हैं और बड़ी मुश्किल से अपना परिवार पाल रहे हैं. लेकिन उनकी एक ही इच्छा रही कि चाहे जो हो पर उनका बेटा कृष्णा मुंडे 10 वीं कक्षा पास कर ले. बेटे ने भी पिता के सपने को अपना बनाया. दस बार कोशिश की. दसों बार फ़ेल हुआ लेकिन ग्यारहवीं बार में जीत मिली क्योंकि उसने असफलता के सामने घुटने नहीं टेके!
कृष्णा के पिता नामदेव मुंडे ने NDTV से कहा, "वह 5 साल में 10 प्रयासों के बाद पास हुआ है. लेकिन मैं फीस जमा करता रहा, क्योंकि मैं उसे हर अवसर देना चाहता था”. जिन्होंने भी बाप-बेटे की मेहनत को देखा, उन्हें पता है कि ये सफलता इनके लिए क्या मायने रखती है. इसलिए पूरा गाँव इनकी ख़ुशी में शामिल हो रहा है.
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