इस साल मुंबई में शिवसेना की दो दशहरा रैली होने जा रही है और दोनों ही गुट ख़ुद को असली शिवसेना बता रहे हैं... शिवाजी पार्क में उद्धव ठाकरे दशहरा रैली में संबोधन करेंगे तो वहीं बीकेसी मैदान में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे... असली शिवसेना को लेकर चल रही लड़ाई के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की हमारे सहयोगी सोहित मिश्रा ने एक्सक्लूसिव बातचीत की... बातचीत में शिंदे ने एक बार फिर दोहराया कि हम ही असली शिवसेना हैं... आंकड़े हमारे पास हैं... और हम ही बाला साहेब की विचारधारा को आगे ले जाने वाले हैं...
सवाल: इस बार मुंबई में दो दशहरा रैली होने जा रही है, आपकी रैली की तैयारी कैसी चल रही है?
जवाब: रैली की तैयारी देखने मैं आज ही गया था. जोरशोर से तैयारी शुरू है. हजारों लाखों लोग जो आने वाले हैं, महाराष्ट्र भर से, उन्हें कोई दिक्कत ना हो, वो आराम से आकर चले जाएं, उसके लिए पूरे विभाग के लोग काम कर रहे हैं. कल तैयारी पूरी हो जाएगी. यह रैली सफल होगी.
सवाल: क्या आपको लगता है कि जो शिवसैनिक हैं, वो असमंजस में रहेंगे क्योंकि दो रैली मुंबई में हो रही है, एक शिवाजी पार्क में और एक बीकेसी मैदान में?
जवाब: मैदान जो भी हो, विचार महत्त्वपूर्ण हैं और हम लोगों ने बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं. उनकी भूमिका को आगे लेकर बढ़ रहे हैं. इसलिए लोगों का समर्थन मिल रहा है. मैं जहां-जहां जाता हूँ, लोगों को देखता हूँ उनकी जो भावना देखकर पता चलता है कि हमारी जो भूमिका है.
सवाल: क्या इस दशहरा रैली को शिंदे सरकार के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जाएगा?
जवाब: हम लोग कोई शक्ति नहीं लगाते हैं. हम सिर्फ काम करने वाले लोग हैं. लोग बराबर आएंगे, उनको पता है कि यह काम करने वाले लोग हैं और जो विचार यह बोलते हैं, वही करते हैं. हमारी भूमिका स्पष्ट है, इस राज्य और इस राज्य के सर्वसामान्य लोगों को आगे बढ़ाना है, जो आपला मानुस है, उसका काम करने का काम हम कर रहे हैं. लोगों को विश्वास है इसलिए राज्य क्या देश से लोग आकर हमसे जुड़ रहे हैं.
सवाल: कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि कुछ लोग आपसे जुड़ सकते हैं. उद्धव ठाकरे के PA मिलिंद नार्वेकर का नाम भी चल रहा है. क्या कहेंगे?
जवाब: वो पता नहीं. किसने कहा है, मेरे साथ में उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है.
सवाल: अब मुद्दा सुप्रीम कोर्ट का. आपका मामला अब चुनाव आयोग को दिया गया है. इसे एक बड़ी जीत के तौर पर माना गया. अब इसके आगे आप किस तरह से देखते हैं? क्या असली शिवसेना और चुनाव चिन्ह आपको ही मिलेगा? मामला चुनाव आयोग के पास है और आंकड़े आपके पास?
जवाब: बात साफ है. लोकतंत्र में एक कॉन्स्टिट्यूशन है, लॉ है. उसके मुताबिक ही चीज़ें होती हैं. मेजॉरिटी को बहुत ही अहम महत्त्व है. हमारे पास 55 में से 40 विधायक हैं, 10 इंडिपेंडेंट विधायक हैं. इंडिपेंडेंट विधायक को छोड़ भी दें, लेकिन 55 में से 40 विधायक हमारे साथ हैं. 18 में से 12 सांसद हमारे पास हैं. देश में से 14 राज्य के प्रमुख हमारे साथ हैं, लाखों लोग हमारे साथ हैं. यह सीधी बात है, 55 में से 40, 18 में से 12, तो मेजोरिटी साफ है, स्पष्ट है.
सवाल: क्या बीएमसी चुनाव आप और बीजेपी मिलकर लड़ने वाले हैं? इसका ऐलान अब तक हुआ नहीं है?
जवाब: बिल्कुल साथ में लड़ेंगे. हमारा नेचुरल अलायन्स है, शिवसेना बीजेपी की सरकार राज्य में काम कर रही है. आने वाले जो भी लोकल बॉडी इलेक्शन हैं, वो हम साथ में लड़ेंगे.
सवाल: आप पर कई आरोप लग रहे हैं. अशोक चव्हाण ने कहा कि 2017 में आप कांग्रेस के साथ जाना चाहते थे, सामना संपादकीय में आपके ऊपर कई आरोप लगे हैं. आप किस तरह से जवाब देंगे?
जवाब: मैं काम करके जवाब दूंगा. मैं काम करने वाला मुख्यमंत्री हूँ, फील्ड पर उतरकर काम करने वाला मुख्यमंत्री हूँ, इसलिए जो आरोप लगा रहे हैं, उन सबको डर है कि अगर यह ऐसे ही काम करता रहेगा तो क्या होगा आगे. इसलिए मैं अपना काम करते रहूंगा.
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