![माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ में महा-तैयारी, रेलवे स्टेशन से लेकर रोड ट्रैफिक तक जान लीजिए हर तैयारी माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ में महा-तैयारी, रेलवे स्टेशन से लेकर रोड ट्रैफिक तक जान लीजिए हर तैयारी](https://c.ndtvimg.com/2025-02/0c9riveo_mahakumbh_625x300_11_February_25.jpg?im=FeatureCrop,algorithm=dnn,width=773,height=435)
Mahakumbh Magh Purnima Snan: महाकुंभ में आज माघ पूर्णिमा का पवित्र स्नान है. इसको लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री रोक दी गई है तो वही क्राउड मैनेजमेंट को लेकर विशेष रणनीति बनाई गई है. माघी पूर्णिमा पर 3 से 4 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान का अनुमान है. माघी पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं का एक महीने का कल्पवास भी पूरा होगा. महाकुंभ का आज 31वां दिन है और पांचवां पवित्र स्नान है.
रेल व्यवस्था
- पार्किंग से श्रद्धालुओं को संगम तक पैदल आना पड़ेगा.
- माघी पूर्णिमा की स्नान को लेकर रेलवे ने मौनी अमावस्या की तर्ज पर तैयारी की है.
- पिछले तीन से चार दिन से डेढ़ सौ स्पेशल ट्रेन चल रही थीं, लेकिन माघी पूर्णिमा को लेकर करीब 225 ट्रेन चलाने की तैयारी है.
- रेलवे ऑन डिमांड भी मेला स्पेशल ट्रेन चलाएगा.
- मेला स्पेशल ट्रेन प्रयागराज के आठ स्टेशनों से चलेंगी.
- होल्डिंग एरिया में व्यवस्थाएं बढ़ाई गईं हैं.
- प्रयागराज जंक्शन पर इमरजेंसी क्राउड मैनेजमेंट प्लान को लागू किया है.
रोड व्यवस्था
- मेला क्षेत्र में 11 फरवरी को सुबह 4:00 बजे से आवश्यक एवं आकस्मिक सेवाओं के अतिरिक्त संपूर्ण मेला क्षेत्र No Vehicle zone कर दिया गया है.
- प्रयागराज शहर में महाकुंभ स्नान के लिए बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों को 11 फरवरी को सुबह 4:00 बजे के पश्चात संबंधित रूट की पार्किंग में पार्क कराया जायेगा.
- प्रयागराज शहर को 1 फरवरी को शाम 5:00 बजे से ही नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है.
- सभी आवश्यक व्यवस्था से जुड़े वाहन चलते रहेंगे.
- यातायात व्यवस्था 12 फरवरी को मेला क्षेत्र से श्रद्धालुओं के सुगमतापूर्वक निकासी तक लागू रहेगी.
- प्रयागराज शहर एवं मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश तथा निकासी पर उपरोक्त प्रतिबंध कल्पवासियों के वाहनों पर भी लागू रहेगा.
- ANPR और AI कैमरों के जरिए आने वाले वाहनों के बारे में टोल प्लाजा से संख्या पता की जा रही है.
- गलत तरीके से पार्क किए गए वाहनों को क्रेन से उठाया जा रहा है.
- कल्पवासियों के लिए अलग यातायात की व्यवस्था की गई है.
अन्य इंतजाम
- माघ पूर्णिमा में श्रद्धालुओं की हिफाजत के लिए कुल में 133 एंबुलेंस तैनात की गईं हैं.
- महाकुंभ नगर के 43 हॉस्पिटल हाई अलर्ट पर हैं.
- 125 एंबुलेंस के अलावा 7 रिवर एंबुलेंस और 01 एयर एंबुलेंस विशेष रूप से लगाई गईं हैं.
- मेले के हर सेक्टर में माइनर ऑपरेशन से लेकर मेजर सर्जरी तक के हाईटेक इंतजाम हैं.
- महाकुंभ नगर में 2000 और एसआरएन में 700 मेडिकल फोर्स हाई अलर्ट मोड में हैं.
- एसआरएन में 200 यूनिट का ब्लड बैंक तैयार, 250 बेड रिजर्व किए गए हैं.
- महाकुंभ नगर के 500 बेड की क्षमता वाले सभी अस्पताल मुस्तैद हैं.
- आयुष के 150 मेडिकल फोर्स में 30 एक्सपर्ट डॉक्टरों की भी तैनाती की गई है.
- एम्स दिल्ली और बीएचयू के विशेषज्ञ भी अलर्ट पर हैं.
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर शहर व मंडल के सभी डॉक्टर सजग रहेंगे.
- स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल और तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय में भी मेडिकल टीम 24 घंटे तैयार रहेगी.
मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर पर पहुंच गया है, जिसकी महाकुंभ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी. सीएम योगी ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार जो भव्य और दिव्य महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, वह स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा. उन्होंने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी. उनका यह आंकलन महाकुंभ के समापन से 15 दिन पहले ही सच साबित हो गया. मंगलवार की सुबह 8 बजे ही महाकुंभ में 45 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या पार हो गई. पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जा सकती है.
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