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संगम घाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब, ट्रैफिक जाम ने फिर बढ़ाई दिक्कत, महाकुंभ में आज क्या-क्या

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. प्रशासन ने जितना अनुमान लगाया था, उससे ज्यादा श्रद्धालु स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पहुंच रहे हैं. 144 साल बाद बने इस योग में 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है.

संगम घाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब, ट्रैफिक जाम ने फिर बढ़ाई दिक्कत, महाकुंभ में आज क्या-क्या
प्रयागराज:

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहा भव्य और दिव्य महाकुंभ अब अपने समापन की ओर बढ़ रहा है. 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ का आज 42वां दिन है. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ ही महाकुंभ की समाप्ति हो जाएगी. महाकुंभ की शुरुआत से ही रोजाना औसतन करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं. महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ ने भी सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. प्रशासन ने जितना अनुमान लगाया था, उससे ज्यादा श्रद्धालु स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पहुंच रहे हैं. 144 साल बाद बने इस योग में 60 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई है. ऐसे में माना जा रहा है कि 23-24 फरवरी को भी महाकुंभ में अधिक भीड़ रह सकती है. इतना ही नहीं महाशिवरात्रि पर भी महाकुंभ में भीड़ देखने को मिल सकती है. 

क्या है खास

  • प्रयागराज महाकुंभ का आज 42वां दिन
  • अबतक 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किया संगम में स्नान 
  • आज महाकुंभ का आखिरी वीकेंड
  • 26 फरवरी को समाप्त हो जाएगा महाकुंभ
  • हर दिन करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु लगा रहे आस्था की डुबकी
  • प्रयागराज में लग रहा है भीषण जाम
  • जाम की वजह से 24 फरवरी को 10वीं और 12वीं की नहीं होंगी परीक्षाएं

प्रयागराज में 25 किलोमीटर लंबा जाम

महाकुंभ का आज आखिरी रविवार होने और साथ ही इसके समापन के नजदीक आने के कारण बड़ी तादाद में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं. ऐसे में ट्रैफिक की स्थिति भी खराब बनी हुई है. शहर में लोग अपनी गाड़ियों से भी संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं और इस वजह से पूरे इलाके में 25 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है. जाम के कारण बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं शहर में जाम की वजह से ही प्रशासन ने 24 फरवरी को होने वाले 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम नहीं कराने का फैसला लिया है. 

26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान

महाकुंभ में आखिरी दिन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान है. इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने का अनुमान है. इसे लेकर जिला प्रशासन और मेला प्रशासन ने पहले से ही कमर कस ली है. डीएम रविंद्र कुमार मंदार ने IANS को बताया कि तैयारियां बड़े स्तर पर की गई हैं. तीर्थयात्रियों का महाकुंभ का अनुभव सुखद रहे इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.  मुख्य सचिव और डीजीपी ने समीक्षा बैठक कर खुद तैयारियों का जायजा लिया. डीएम का कहना है कि महाकुंभ में अगर कोई परेशानी आ रही है तो उसको तुरंत सुलझाने के निर्देश अधिकारियों को दिए जा रहे हैं. 

अयोध्या और काशी का कैसा है हाल? 

महाकुंभ के कारण अयोध्या और काशी में भी जनसैलाब उमड़ रहा है. संगम जाने वाले श्रद्धालु अयोध्या और काशी में भी दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इस वजह से दोनों ही जगहों पर भी भारी भीड़ का मंजर है. अधिकारियों के मुताबिक रोजाना 4-5 लाख श्रद्धालु अयोध्या राम मंदिर में दर्शन के लिए आ रहे हैं. अयोध्या के एंट्री पॉइंट्स पर करीब 1 हजार बसें खड़ी रहती हैं और 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालु हर वक्त मौजूद रहते हैं. काशी में भी श्रद्धालुओं की भीड़ दर्शन के लिए पहुंच रही है. 

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