महाकुंभ (Mahakumbh) में सुबह से भगदड़ जैसी स्थिति की खबर आ रही थी. जिसके बाद अब हालात पूरी तरह सामान्य हो चुके हैं. श्रद्धालु अब आस्था की पवित्र डुबकी लगा रहे हैं. थोड़ी देर के लिए अखाड़ों ने भी स्नान को रोक दिया था. फिलहाल श्रद्धालु अलग अलग घाटों पर स्नान कर रहे हैं. अखाड़ों के लिए बनाए गए रास्तों को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है. जिससे भीड़ को नियंत्रित करने में सफलता मिली है. हांलाकि अखाड़े हालात सामान्य होने के बाद फिर से अपना स्नान शुरू कर सकता है. मौनी अमावस्या पर भीड़ को देखते हुए साधु-संत भी श्रद्धालुओं से अपील कर रहे हैं, ताकि किसी भी तरह की मुश्किल स्थिति से बचा जा सकें.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष की श्रद्धालुओं से अपील
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, "जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं. हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे... जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे... मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं... यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए... "
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#WATCH | #महाकुंभ2025 | प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, "जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे... जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे... मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के… pic.twitter.com/eyIaa2JbVG
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आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने क्या कहा
आध्यात्मिक गुरु देवकीनंदन ठाकुर ने कहा, "मौनी अमावस्या का स्नान चल रहा है... आज मैं संगम घाट पर नहीं गया क्योंकि वहां भीड़ बहुत ज़्यादा है...पूरी गंगा और यमुना की धारा में 'अमृत' बह रहा है. अगर आप कहीं भी गंगा या यमुना में स्नान करेंगे तो 'अमृत' आपको प्राप्त होगा. ये आवश्यक नहीं है कि संगम में ही आपको डुबकी लगानी है..."
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बाबा रामदेव और स्वामी रामभद्राचार्य ने भी की अपील
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, "हमने घायल लोगों के लिए प्रार्थना करते हुए और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ पावन स्नान किया है. सभी दैवीय शक्तियों से प्रार्थना की है..." स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा, "मैं सभी श्रद्धालुओं से अपील करता हूं कि चूंकि आज प्रयागराज में भारी भीड़ उमड़ी है, इसलिए वे केवल संगम घाट पर ही पवित्र डुबकी लगाने पर जोर न दें. "
#WATCH प्रयागराज | योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा, "हमने घायल लोगों के लिए प्रार्थना करते हुए और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ पावन स्नान किया है। सभी दैवीय शक्तियों से प्रार्थना की है..." pic.twitter.com/96iHzDoNIY
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परमार्थ निकेतन आश्रम ने क्या कहा
परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती कहते हैं, "जैसे ही मुझे स्थिति के बारे में पता चला, हमने अपने शिविर में सभी को सूचित कर दिया कि हम आज एक साथ स्नान नहीं करेंगे. सभी को अपने निकटतम गंगा घाट पर स्नान करने के लिए कहा गया है. हमने सामूहिक स्नान को रद्द कर दिया है. सभी की भलाई और सेवा इस समय सभी की प्राथमिकता होगी... हमने उन लोगों के लिए प्रार्थना की है जो घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले एक घंटे में दो बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और लगातार संपर्क में हैं. प्रशासन सक्रिय रूप से काम कर रहा है... हमने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और लोगों और पीड़ितों से मिलने के लिए संगम जा रहे हैं..."
#WATCH | Prayagraj, UP | Parmarth Niketan Ashram President Swami Chidanand Saraswati says, "As soon as I got to know about the stampede, we informed everyone at our camp that we would not do snan together today. Everyone is asked to take a dip at their nearest Ganga Ghat. We have… pic.twitter.com/nqZVVGEk7g
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मौनी अमावस्या के पवित्र स्नान पर उमड़ी भारी भीड़
मौनी अमावस्या के अवसर पर 'अमृत स्नान' के लिए त्रिवेणी संगम के घाटों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हो रहे हैं. 13 जनवरी - पौष पूर्णिमा से शुरू हुए #Mahakumbh2025 के पहले 15 दिनों में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगा चुके हैं. आज भी महाकुंभ में भारी भीड़ आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रही है. पूरा प्रयागराज श्रद्धालुओं की भीड़ से भरा हुआ दिखाई दे रहा है.
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