प्रतीकात्मक फोटो.
मुंबई:
कर्नाटक के शहरी विकास मंत्री रोशन बेग के बयान को लेकर महाराष्ट्र सरकार आक्रामक हो चली है. शिवसेना ने सड़क पर उतरकर बेग के उस बयान का विरोध किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि कोई भी कर्नाटक का जनप्रतिनिधि अगर 'जय महाराष्ट्र' का नारा लगाता है तो उसका पद रद्द होगा.
रोशन बेग का बयान उन जनप्रतिनिधियों के खिलाफ था जो महाराष्ट्र एकीकरण समिति के नुमाइंदे हैं. महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चले आ रहे सात दशक से ज्यादा पुराने सीमा विवाद के चलते यह बयान अहम है. दोनों राज्यों के सीमावर्ती इलाके के बेलगाम और आसपास के गांवों से महाराष्ट्र में शामिल होने की मुहिम महाराष्ट्र एकीकरण समिति चला रही है. जिसके विधायक और पार्षद 'जय महाराष्ट्र' के नारे से एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं. कर्नाटक की सभी सरकारों ने हमेशा से इस मुहिम का विरोध किया है. बेग का बयान उसी संदर्भ में था.
महाराष्ट्र में इस बयान की तीव्र प्रतिक्रिया उभरी है. शिवसेना ने कोल्हापुर में कर्नाटक राज्य परिवहन की चार बसों पर जय 'महाराष्ट्र' का नारा लिख दिया. इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने आगे आकर कर्नाटक के मंत्री रोशन बेग का विरोध जताया. सीमा विवाद पर महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कर्नाटक के कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धरामैया को खत लिखकर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. पाटिल ने कहा है कि, भारतवासी के नाते बेग का बयान असंवैधानिक है और उम्मीद है कि कर्नाटक अपने मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट में अधिक योग्य तरीके से रखेगा. महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच का सीमा विवाद लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
रोशन बेग का बयान उन जनप्रतिनिधियों के खिलाफ था जो महाराष्ट्र एकीकरण समिति के नुमाइंदे हैं. महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चले आ रहे सात दशक से ज्यादा पुराने सीमा विवाद के चलते यह बयान अहम है. दोनों राज्यों के सीमावर्ती इलाके के बेलगाम और आसपास के गांवों से महाराष्ट्र में शामिल होने की मुहिम महाराष्ट्र एकीकरण समिति चला रही है. जिसके विधायक और पार्षद 'जय महाराष्ट्र' के नारे से एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं. कर्नाटक की सभी सरकारों ने हमेशा से इस मुहिम का विरोध किया है. बेग का बयान उसी संदर्भ में था.
महाराष्ट्र में इस बयान की तीव्र प्रतिक्रिया उभरी है. शिवसेना ने कोल्हापुर में कर्नाटक राज्य परिवहन की चार बसों पर जय 'महाराष्ट्र' का नारा लिख दिया. इसके अलावा महाराष्ट्र सरकार ने आगे आकर कर्नाटक के मंत्री रोशन बेग का विरोध जताया. सीमा विवाद पर महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार के मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कर्नाटक के कांग्रेसी मुख्यमंत्री सिद्धरामैया को खत लिखकर अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं. पाटिल ने कहा है कि, भारतवासी के नाते बेग का बयान असंवैधानिक है और उम्मीद है कि कर्नाटक अपने मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट में अधिक योग्य तरीके से रखेगा. महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच का सीमा विवाद लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
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