अपने परिवार के साथ एम वेंकैया नायडू (फाइल फोटो)
उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू हो गया है. उससे पहले बीजेपी के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी एम वेंकैया नायडू ने मतदान शुरू होने से पहले कहा, ''मैं अब किसी दल का सदस्य नहीं हूं...अनेक दल मेरा समर्थन कर रहे हैं...मैं किसी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ रहा हूं. मैं उप राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. यह चुनाव संवैधानिक पद के लिए लिए है. ऐसे में इसमें किसी प्रकार की राजनीति करने से गुरेज करना चाहिए...मैं सभी सदस्यों को जानता हूं और वे मुझे जानते हैं. इसलिए मैंने प्रचार अभियान नहीं किया. मैंने सभी को समर्थन के लिए खत लिखा है और मुझे उसका अच्छा रिस्पांस मिला है. मुझे भरोसा है कि सभी लोग मेरा समर्थन करेंगे.''
यह भी पढ़ें: उपराष्ट्रपति चुनाव: ये एकतरफा चुनाव नहीं, संविधान के सिद्धांतों पर आधारित लड़ाई- गोपाल कृष्ण गांधी
जीत पक्की
उल्लेखनीय है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी हैं जबकि विपक्ष ने संयुक्त रूप से गोपाल कृष्ण गांदी को उम्मीदवार बनाया है. पर्याप्त संख्या बल होने के कारण राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार वेंकैया नायडू का उपराष्ट्रपति बनना तकरीबन तय है. वह भैरों सिंह शेखावत के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले दूसरे उपराष्ट्रपति होंगे.
PHOTOS: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पीएम मोदी ने डाला वोट, सभी सांसद जोश में दिखे
VIDEO: उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू
संसद के दोनों सदनों के 787 सदस्यीय प्रभावी निर्वाचक मंडल के बीच नायडू बहुत बेहतर स्थिति में हैं. राजग को लोकसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल है और दक्षिण भारत के कुछ राजनीतिक दलों का भी समर्थन हासिल है. लोकसभा में अभी 543 और राज्यसभा में 244 सदस्य हैं. लोकसभा में दो सीट रिक्त हैं जबकि राज्यसभा में एक.
भाजपा पदाधिकारियों के मुताबिक, राजग के राज्यसभा के 81 सदस्यों और लोकसभा के 338 सदस्यों के अलावा दोनों सदनों में अन्नाद्रमुक के 50, वाईएसआर कांग्रेस के 10 और तेलंगाना राष्ट्र समिति के 14 सदस्य भी नायडू के पक्ष में मत देंगे. इस तरह 493 सदस्यों के साथ नायडू 394 के जरूरी आंकड़े को आसानी से पार कर लेंगे. भाजपा को तो 500 मतों के मिलने की उम्मीद है. महात्मा गांधी के पौत्र, पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल व पूर्व राजनयिक गोपालकृष्ण गांधी विपक्ष के उम्मीदवार हैं. उन्हें कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस का समर्थन हासिल है.
यह भी पढ़ें: उपराष्ट्रपति चुनाव: ये एकतरफा चुनाव नहीं, संविधान के सिद्धांतों पर आधारित लड़ाई- गोपाल कृष्ण गांधी
जीत पक्की
उल्लेखनीय है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी हैं जबकि विपक्ष ने संयुक्त रूप से गोपाल कृष्ण गांदी को उम्मीदवार बनाया है. पर्याप्त संख्या बल होने के कारण राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार वेंकैया नायडू का उपराष्ट्रपति बनना तकरीबन तय है. वह भैरों सिंह शेखावत के बाद राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले दूसरे उपराष्ट्रपति होंगे.
PHOTOS: उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पीएम मोदी ने डाला वोट, सभी सांसद जोश में दिखे
VIDEO: उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान शुरू
संसद के दोनों सदनों के 787 सदस्यीय प्रभावी निर्वाचक मंडल के बीच नायडू बहुत बेहतर स्थिति में हैं. राजग को लोकसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल है और दक्षिण भारत के कुछ राजनीतिक दलों का भी समर्थन हासिल है. लोकसभा में अभी 543 और राज्यसभा में 244 सदस्य हैं. लोकसभा में दो सीट रिक्त हैं जबकि राज्यसभा में एक.
भाजपा पदाधिकारियों के मुताबिक, राजग के राज्यसभा के 81 सदस्यों और लोकसभा के 338 सदस्यों के अलावा दोनों सदनों में अन्नाद्रमुक के 50, वाईएसआर कांग्रेस के 10 और तेलंगाना राष्ट्र समिति के 14 सदस्य भी नायडू के पक्ष में मत देंगे. इस तरह 493 सदस्यों के साथ नायडू 394 के जरूरी आंकड़े को आसानी से पार कर लेंगे. भाजपा को तो 500 मतों के मिलने की उम्मीद है. महात्मा गांधी के पौत्र, पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल व पूर्व राजनयिक गोपालकृष्ण गांधी विपक्ष के उम्मीदवार हैं. उन्हें कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस का समर्थन हासिल है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं