
- दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हरियाणा से बैंक लूट में शामिल 32 साल के दीप शुभम को गिरफ्तार किया है.
- केमिस्ट्री में M.Phill दीप शुभम ने खुद स्मोक बम बनाकर 2017 में बैंक ऑफ इंडिया में लूट की थी.
- जेल से छूटने के बाद दीप शुभम ने रितेश ठाकुर के साथ मिलकर दिल्ली के दो ज्वेलरी शोरूम में भी लूट की थी.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने हरियाणा के सोहना से एक ऐसे शातिर लुटेरे को गिरफ्तार किया है, जिसने बैंक लूट के लिए अपनी केमिस्ट्री की पढ़ाई का इस्तेमाल किया. उसने खुद ही स्मोक बम बनाया था. शातिर लुटेरा 32 साल का दीप शुभम बिहार के सीतामढ़ी जिले के गांव चौरौत का रहने वाला है.
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एम.फिल इन केमिस्ट्री, फिर भी बना बैंक लुटेरा
आरोपी दीप शुभम काफी पढ़ा-लिखा है. वह दिल्ली यूनिवर्सिटी से एम.फिल (केमिस्ट्री) कर चुका है. उसने किरोरीमल कॉलेज से बी.एससी (ऑनर्स), फिर एम.एससी और एम.फिल की पढ़ाई की. इसके बाद उसने सीएलएटी पास कर LLB की पढ़ाई भी शुरू की, लेकिन बीच में छोड़ दी. परिवार से आर्थिक मदद न मिलने की वजह से वह गलत रास्ते पर चल पड़ा.
बैंक डकैती में बनाया था ‘स्मोक बम'
साल 2017 में बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुर्पी गांव में बैंक ऑफ इंडिया में लूट के दौरान उसने खुद बनाया हुआ धुआं बम इस्तेमाल किया था. उसने फायर क्रैकर, मिथाइल एसीटेट और बेंज़ीन मिलाकर धुआं तैयार किया और बंदूक दिखाकर 3.6 लाख की नकदी लूट ली. बाद में बिहार पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया और अदालत ने उसे दोषी ठहराया था.
दिल्ली के दो बड़े ज्वेलरी शोरूम में की लूट
जेल से छूटने के बाद दीप शुभम की मुलाकात रितेश ठाकुर नाम के अपराधी से हुई. दोनों ने मिलकर दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में दो ज्वेलरी शॉप्स में हथियार के बल पर लूट की वारदातों को अंजाम दिया. पहला मामला 17 सितंबर 2021 को 24 कैरट ज्वेलरी शॉप, गुजरेवाला टाउन से 6.06 लाख और मोबाइल फोन लूटे. दूसरे मामले में उसने 25 अक्टूबर 2021 को उसी इलाके में एक अन्य ज्वेलरी शॉप से 70,000 की लूटे. दोनों मामलों में उसे अदालत ने अपराधी घोषित किया हुआ था.
9 अक्टूबर 2025 को हेड कांस्टेबल अजय को गुप्त सूचना मिली थी कि दीप शुभम सोहना, हरियाणा के हरिनगर इलाके में देखा गया है.टीम ने टेक्निकल सर्विलांस लगाकर आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और जाल बिछाकर उसे मौके से गिरफ्तार कर लिया.
इंटीरियर डिजाइनिंग कर रहा था लुटेरा
पुलिस पूछताछ में पता चला कि फरार रहने के दौरान दीप शुभम “ग्लॉसी गेज़” नाम की इंटीरियर डिजाइनिंग फर्म में काम कर रहा था. दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी हर्ष इंदोरा ने बताया कि आरोपी पढ़ा-लिखा होते हुए भी अपराध की राह पर चल पड़ा और अब उसे उसकी सही जगह पहुंचा दिया गया है.
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