Lok Sabha Elections: देश में 97 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स, सभी से मतदान करने की अपील

चुनाव के लिए देश भर में 10.5 लाख मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं. चुनाव आयोग मतदान के लिए पूरी तरह से तैयार है और उन्होंने सभी वोटर्स से वोट डालने की अपील की.

नई दिल्ली:

Lok Sabha Polls Schedule: लोकसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के लिए चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस (Lok Sabha Election Dates Announcement) की. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि देशभर में 97 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 97 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स हैं. देशभर में 97.8 करोड़ पात्र मतदाता हैं, जिनमें से 49.72 करोड़ पुरुष और 47.1 करोड़ महिला वोटर्स हैं. 1.82 करोड़ मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. लोकसभा चुनाव के लिए तैयार की गई मतदाता सूची में  48 लाख ट्रांसजेंडर मतदाता और 21 करोड़ से ज्यादा नौजवान वोटर्स हैं. वहीं 12 राज्यों में महिला वोटर्स की संख्या ज्यादा है.

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देशभर में बनाए जाएंगे 10.5 लाख मतदान केंद्र

चुनाव के लिए देश भर में 10.5 लाख मतदान केंद्र बनाए जा रहे हैं. चुनाव आयोग मतदान के लिए पूरी तरह से तैयार है और उन्होंने सभी वोटर्स से वोट डालने की अपील की. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव को इस तरह से करवाने का वादा करता है, जिससे वैश्विक मंच पर भारत की साख और बढ़ सके. चुनाव आयोग ने सभी राज्यों में मूल्यांकन के बाद स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने का वादा किया. 

हिंसामुक्त और शांतिपूर्ण मतदान की अपील

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव के लिए 55 लाख ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की हिंसा की कोई भी गुंजाइश नहीं होगी. सरहदों पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि पिछले 11 राज्यों के चुनाव शांतिपूर्ण और हिंसा मुक्त हुए थे, फिर से मतदान कराने की जरूरत नहीं पड़ी थी. चुनाव आयोग अब तक 17 लोकसभा चुनाव, 16 राष्ट्रपति चुनाव और 400 से अधिक विधानसभा चुनाव करा चुका है. 

नेता एक-दूसरे पर न करें निजी हमले-EC

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राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान नेता एक-दूसरे पर निजी हमले न करें. संपादकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की जाएगी. लोगों को खराब डिजिटल मेमोरी बनने से बचना चाहिए, क्‍योंकि डिजिटल वर्ल्‍ड में चीजें 100 साल तक के लिए दर्ज हो जाती हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव कराने को लेकर निर्वाचन आयोग के सामने 4 चुनौतियां हैं. बाहुबल का इस्तेमाल, धनबल, झूठी खबर और एमसीसी का उल्लंघन. लेकिन हम हिंसा मुक्त चुनाव करवाना चाहते हैं.