लालू प्रसाद यादव के परिवारजनों पर हालिया समय में गलत तरीके से और फर्ज़ी कंपनियों के ज़रिये पैसा बनाने के आरोप लगे हैं...
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख तथा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से जुड़े 22 ठिकानों पर मंगलवार को आयकर विभाग ने छापे मारे, और बताया गया है कि ये छापे लालू परिवार पर लगाए गए बेनामी संपत्ति बनाने के आरोपों के मामले में डाले गए हैं. दरअसल, लालू प्रसाद यादव के परिवारजनों पर हालिया समय में गलत तरीके से और फर्ज़ी कंपनियों के ज़रिये पैसा बनाने के आरोप लगे हैं.
पिछले सप्ताहांत ही बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव की बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती पर देश की राजधानी दिल्ली में करोड़ों रुपये कीमत की ज़मीन को कौड़ियों के भाव खरीदने का आरोप लगाया था. सुशील कुमार मोदी का दावा था मीसा भारती ने अपने पति के साथ मिलकर शेल कंपनियों के ज़रिये यह ज़मीन खरीदी थी. सुशील कुमार मोदी इससे पहले लालू प्रसाद यादव के पुत्रों तेजस्वी तथा तेजप्रताप पर भी फर्ज़ी कंपनियों की मदद से 1,000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति बनाने का आरोप लगा चुके हैं.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मीसा भारती ने अपने पास मौजूद काले धन को अपनी कंपनियों मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों की संदिग्ध खरीद-फरोख्त के ज़रिये सफेद बनाया. यह कंपनी वर्ष 2002 में एक लाख रुपये के निवेश से शुरू की गई थी, और लालू प्रसाद यादव के तत्कालीन आधिकारिक आवास (25, तुगलक रोड) के पते पर इसका रजिस्ट्रेशन किया गया था. बाद में 2005-06 में इसे बंद कर दिया गया.
सुशील कुमार मोदी का आरोप है कि मीसा और उनके पति शैलेश कुमार ने वर्ष अक्टूबर, 2008 में अपनी कंपनी के 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयर वीरेंद्र जैन की शालिनी होल्डिंग्स को 100 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बेचे, और 1.20 करोड़ रुपये हासिल किए. 11 महीने बाद मीसा ने सभी शेयर 10 रुपये की कीमत पर ही वीरेंद्र जैन से वापस खरीद लिए.
इसके बाद वर्ष 2008-09 में मीसा भारती ने दिल्ली के बिजवासन इलाके में 1.41 करोड़ रुपये में एक फार्महाउस खरीदा, जिसका मौजूदा बाज़ार मूल्य लगभग 50 करोड़ रुपये है. सुशील कुमार मोदी ने मीसा की आय के स्रोत को चुनौती देते हुए यह सवाल भी किया था कि मीसा भारती ने चुनाव आयोग को दिए अपने एफिडेविट में उसका ज़िक्र क्यों नहीं किया था.
इसके अलावा सुशील कुमार मोदी इस आरोप को लेकर भी दस्तावेज़ जारी करते रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव के परिवार ने डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, तथा एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी फर्ज़ी कंपनियों के ज़रिये 1,000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जमा की है. सुशील मोदी ने यह भी मांग की कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को लालू प्रसाद यादव के परिवार द्वारा बिहार के बाहर जमा की संपत्ति के मामले में जांच करवानी चाहिए.
सुशील कुमार मोदी ने अप्रैल में भी कई संवाददाता सम्मलेन कर लालू प्रसाद यादव के परिवार की उन संपत्तियों का खुलासा किया था, जिनका मालिकाना हक मूल रूप से किसी ऐसी कंपनी के माध्यम से लिया गया था, जिसमें पहले कई निदेशक रहे, लेकिन बाद में शेयर लेकर अचानक या लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी या उनके दोनों बेटों तेजस्वी या तेजप्रताप यादव, या उनकी सात बेटियों में से किसी एक या अधिक को निदेशक बना दिया गया.
पिछले सप्ताहांत ही बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव की बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती पर देश की राजधानी दिल्ली में करोड़ों रुपये कीमत की ज़मीन को कौड़ियों के भाव खरीदने का आरोप लगाया था. सुशील कुमार मोदी का दावा था मीसा भारती ने अपने पति के साथ मिलकर शेल कंपनियों के ज़रिये यह ज़मीन खरीदी थी. सुशील कुमार मोदी इससे पहले लालू प्रसाद यादव के पुत्रों तेजस्वी तथा तेजप्रताप पर भी फर्ज़ी कंपनियों की मदद से 1,000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति बनाने का आरोप लगा चुके हैं.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मीसा भारती ने अपने पास मौजूद काले धन को अपनी कंपनियों मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों की संदिग्ध खरीद-फरोख्त के ज़रिये सफेद बनाया. यह कंपनी वर्ष 2002 में एक लाख रुपये के निवेश से शुरू की गई थी, और लालू प्रसाद यादव के तत्कालीन आधिकारिक आवास (25, तुगलक रोड) के पते पर इसका रजिस्ट्रेशन किया गया था. बाद में 2005-06 में इसे बंद कर दिया गया.
सुशील कुमार मोदी का आरोप है कि मीसा और उनके पति शैलेश कुमार ने वर्ष अक्टूबर, 2008 में अपनी कंपनी के 10 रुपये फेस वैल्यू वाले शेयर वीरेंद्र जैन की शालिनी होल्डिंग्स को 100 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर बेचे, और 1.20 करोड़ रुपये हासिल किए. 11 महीने बाद मीसा ने सभी शेयर 10 रुपये की कीमत पर ही वीरेंद्र जैन से वापस खरीद लिए.
इसके बाद वर्ष 2008-09 में मीसा भारती ने दिल्ली के बिजवासन इलाके में 1.41 करोड़ रुपये में एक फार्महाउस खरीदा, जिसका मौजूदा बाज़ार मूल्य लगभग 50 करोड़ रुपये है. सुशील कुमार मोदी ने मीसा की आय के स्रोत को चुनौती देते हुए यह सवाल भी किया था कि मीसा भारती ने चुनाव आयोग को दिए अपने एफिडेविट में उसका ज़िक्र क्यों नहीं किया था.
इसके अलावा सुशील कुमार मोदी इस आरोप को लेकर भी दस्तावेज़ जारी करते रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव के परिवार ने डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, तथा एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड जैसी फर्ज़ी कंपनियों के ज़रिये 1,000 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जमा की है. सुशील मोदी ने यह भी मांग की कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को लालू प्रसाद यादव के परिवार द्वारा बिहार के बाहर जमा की संपत्ति के मामले में जांच करवानी चाहिए.
सुशील कुमार मोदी ने अप्रैल में भी कई संवाददाता सम्मलेन कर लालू प्रसाद यादव के परिवार की उन संपत्तियों का खुलासा किया था, जिनका मालिकाना हक मूल रूप से किसी ऐसी कंपनी के माध्यम से लिया गया था, जिसमें पहले कई निदेशक रहे, लेकिन बाद में शेयर लेकर अचानक या लालू प्रसाद यादव की पत्नी राबड़ी देवी या उनके दोनों बेटों तेजस्वी या तेजप्रताप यादव, या उनकी सात बेटियों में से किसी एक या अधिक को निदेशक बना दिया गया.
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