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This Article is From May 08, 2023

छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ का शराब घोटाला : एक IAS और मेयर के भाई को ED ने बताया शराब सिंडिकेट का 'सरगना'

Chhattisgarh Liquor Scam: ईडी का दावा है कि अनवर ढेबर और टुटेजा के बीच 14.41 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के सबूत उसके पास हैं. इस सिंडिकेट ने 3 साल में राज्य को 2000 करोड़ रुयपे का चूना लगाया है.

छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ का शराब घोटाला : एक IAS और मेयर के भाई को ED ने बताया शराब सिंडिकेट का 'सरगना'
Directorate of Enforcement: कोर्ट ने ढेबर को चार दिन की रिमांड पर भेजा दिया है.
रायपुर:

कोयला घोटाले के बाद अब छत्तीसगढ़ से 2000 करोड़ रुपये का शराब घोटाला सामने आया है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में रायपुर के महापौर एवं कांग्रेस नेता एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर को गिरफ्तार किया है. एजाज ढेबर कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी है. गिरफ्तार करने के बाद एजाज ढेबर के भाई को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की सुरक्षा में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के समक्ष पेश किया गया था. कोर्ट ने ढेबर को चार दिन की रिमांड पर भेजा दिया है.

प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि अवैध शराब सिंडिकेट के भ्रष्टाचार के पैसों का चुनाव में इस्तेमाल किया गया था. ईडी ने आरोप लगाया है कि आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा, शराब कारोबारी अनवर ढेबर छत्तीसगढ़ में अवैध शराब सिंडिकेट के 'सरगना' हैं. 

चुनाव प्रचार में हुआ पैसों का इस्तेमाल

रायपुर की विशेष पीएमएलए अदालत में दायर आवेदन में ईडी ने दावा किया कि इस सिंडिकेट में बड़े अधिकारी और सियासी लोग भी शामिल हैं. ईडी ने कहा कि जांच में पता लगा है कि 2019 से 2022 के बीच राज्य में बिकी कुल शराब में से 30 से 40 फीसदी शराब अवैध थी. सरकारी शराब दुकानों में लिस्टेड ब्रांडेड शराब के साथ 30 से 40 प्रतिशत देसी शराब बेची गई. जिसका राजस्व सरकार को नहीं मिला. आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा रिश्वत की रकम इकट्ठी करते थे. ये सिंडिकेट अपना हिस्सा निकालकर बाकी राशि राजनीतिक हस्तियों के प्रचार के लिए भेज देता था.

ईडी का दावा है कि अनवर-टुटेजा के बीच 14.41 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के सबूत उसके पास हैं. इस सिंडिकेट ने 3 साल में राज्य को 2000 करोड़ रुयपे का चूना लगाया है.

आरोपों को बताया गलत

आरोपी के वकील मामले को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं. अधिवक्ता, फैसल रिज़वी के अनुसार अनिल टुटेजा पर 2020 में इनकम टैक्स रेड को बेस बनाया है. उसे 3 साल हो गए हैं जिसे प्रोसीड ऑफ क्राइम कहते है. एक्साइज से संबंधित एक रुपये भी बरामद नहीं हुआ है. हमने यही दलील रखी है यहां चुनाव है ये मामला राजनीति से प्रेरित है.

एजाज ढेबर ने इस मामले पर कहा कि मेरा सामाजिक कार्य और नगर निगम के काम के अलावा कोई काम नहीं. मेरा रेत, शराब ट्रांसफर पोस्टिंग में एक आरोप साबित कर दे, मैं राजनीतिक सन्यास ले लूंगा.

बीजेपी ने सीएम भूपेश बघेल को घेरा

बीजेपी सांसद  संतोष पाण्डेय ने इस मामले पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि पवित्र गंगाजल हाथ में लेकर कसम खाने वाले भूपेश बघेल जी और कांग्रेस पार्टी बताए दारू का पैसा कहां गया. सरकारी खजाने में डकैती डाली गई. 15 साल में जो कर्जा नहीं हुआ, छत्तीसगढ़ में एक लाख करोड़ का कर्जा हो गया. राजकोष पर डाका डालने के साथ जनता के स्वास्थ्य से भी खेला गया है. प्राइवेट कंपनी बनाकर नकली शराब सरकारी दुकान में बेची गई है. 2000 करोड़ का घोटाला हुआ है.

अनिल टुटेजा के खिलाफ इनकम टैक्स ने दिल्ली की अदालत में आरोप पत्र दायर किया है, पिछले साल प्रवर्तन निदेशालय ने इसी आधार पर पीएमएएल के तहत मामला दर्ज किया था.

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