कर्नाटक बीजेपी में विद्रोह ! अमित शाह से नहीं मिल सके केएस ईश्वरप्पा, अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान

केएस ईश्वरप्पा ने पहले ही साफ कर दिया था कि वह चुनाव (Loksabha Elections 2024) लड़ने का अपना फैसला तब तक नहीं बदलेंगे जब तक कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और राज्य बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र को पद से हटाया नहीं जाता.

कर्नाटक बीजेपी में विद्रोह ! अमित शाह से नहीं मिल सके केएस ईश्वरप्पा, अब निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान

कर्नाटक बीजेपी नेता ने किया निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और कर्नाटक बीजेपी में बगावत थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और मौजूदा सांसद बी वाई राघवेंद्र के खिलाफ शिवमोगा से चुनाव (Loksabha Elections 2024) लड़ेंगे. उन्होंने पहले भी शिवमोगा से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. बता दें कि केएस ईश्वरप्पा बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नहीं मिल सके और उनको खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा. ईश्वरप्पा कर्नाटक राज्य बीजेपी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर रहे हैं. वह येदियुरप्पा के बेटे को पद से हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं. 

"लड़ाई को अंत तक ले जाऊंगा"

बीजेपी नेता ने कहा, "अब कोई बातचीत नहीं होगी और वह अपनी लड़ाई को तार्किक अंत तक ले जाएंगे और वह शिवमोगा से चुनाव लड़ेंगे." इसके साथ ही उन्होंने अपना फैसला वापस लेने के लिए बीजेपी नेतृत्व के सामने एक शर्त रखी है. उनकी मांग है कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र को अध्यक्ष पद से हटाया जाना चाहिए, तभी वह शिवमोगा से चुनाव लड़ने के फैसले को वापस लेंगे. इसके साथ ही उन्होंने बीएस येदियुरप्पा और उनके परिवार पर भी जमकर हमला बोला. केएस ईश्वरप्पा ने कहा, "एक परिवार के पास राज्य बीजेपी की शक्तियां हैं, जो कि हिंदू कार्यकर्ताओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को आहत कर रहा है."

येदियुरप्पा के बेटे को पद से हटाने का मांग

बता दें कि अमित शाह के साथ बैठक की मांग से पहले केएस ईश्वरप्पा ने साफ कर दिया था कि वह चुनाव लड़ने का अपना फैसला तब तक नहीं बदलेंगे जब तक कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे और राज्य बीजेपी अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र को पद से हटाया नहीं जाता. ईश्वरप्पा का कहना है कि उनकी लड़ाई कर्नाटक में "एक परिवार" के बीजेपी पर नियंत्रण के खिलाफ है.  उन्होंने कहा, " प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते थे कि कांग्रेस में परिवरवाद है. इसी तरह, राज्य में बीजेपी एक परिवार के हाथों में है. पार्टी को उस परिवार से मुक्त किया जाना चाहिए. इससे पार्टी कार्यकर्ता आहत हैं. मैं प्रतिस्पर्धा करूंगा और कार्यकर्ताओं के दर्द को कम करने के लिए चुनाव लड़ूंगा."

"मैं फैसले से पीछे नहीं हटूंगा" 

ईश्वरप्पा ने कहा कि हिंदुत्व विचारधारा और संगठन के लिए लड़ने वालों के काम का सम्मान होना चाहिए. बीजेपी नेता ने कहा, "मैं गड़बड़ी को ठीक करने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. मैं फैसले से पीछे नहीं हटूंगा, मैं आपका सम्मान करूंगा और दिल्ली आऊंगा." ईश्वरप्पा ने कहा कि उनके बेटे ने उनसे कहा था कि भले ही उनका राजनीतिक भविष्य रहे न रहे लेकिन पार्टी में सफाई रहनी चाहिए." बता दें कि कर्नाटक में दो चरणों में 26 अप्रैल और 7 मई को 28 सीटों पर लोकसभा चुनाव मतदान होगा. वहीं  शिवमोगा में 7 मई को वोटिंग होगी.

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