कीर्ति आजाद फाइल फोटो
नई दिल्ली:
डीडीसीए विवाद में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर लगातार हमला कर रहे बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद को पार्टी ने निलंबित कर दिया है। बीजेपी ने कहा है कि कीर्ति आजाद के खिलाफ यह कार्रवाई पार्टी लाइन से अलग जाकर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर हमला करने के लिए की गई। पार्टी ने कहा कि कीर्ति आजाद को एक कारण बताओ नोटिस जारी करके उनसे उनके 'पार्टी विरोधी व्यवहार' की वजह बताने को कहा गया है। पार्टी ने कहा कि उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई उनके जवाब पर निर्भर करेगी।
आजाद को भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और पार्टी से नाराज चल रहे बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का समर्थन मिला था। आजाद ने उस संवाददाता सम्मेलन के बाद सोशल मीडिया पर खुली चुनौती दी थी और संसद में भी जेटली को निशाना बनाया था। इसके बाद पार्टी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है।
पार्टी से अपने निलंबन के बारे में कीर्ति आजाद ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि पीएम मोदी मुझे बुलाएंगे और मेरे साथ न्याय होगा।
उल्लेखनीय है कि कीर्ति आजाद ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेटली का नाम लिए बगैर आरोप लगाया था कि डीडीसीए में फर्जी कंपनियों को करोड़ों का भुगतान किया गया। आजाद पिछले काफी समय से क्रिकेट इकाइयों, खासकर डीडीसीए में कथित रूप से फैले भ्रष्टाचार को लेकर काफी मुखर रहे।
(पढ़ें - क्रिकेट में फैले भ्रष्टाचार पर 'आजाद जुबान' रखने वाले कीर्ति के बारे में खास बातें)
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप
DDCA में भ्रष्टाचार के खुलासे का दावा करते हुए कीर्ति आजाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि DDCA ने कई फर्जी कंपनियों से करार कर करोड़ों रुपये दिए। DDCA में किराये पर लिए गए सामान पर बड़ी फिजूलखर्ची की गई। यहां तक की DDCA ने प्रिंटरों और कंप्यूटरों तक को भारी कीमत पर किराए पर लिया।
(पढ़ें - शत्रुघ्न सिन्हा ने मांगा जेटली से इस्तीफा, कीर्ति को बताया आज का हीरो)
'मुझ पर केस करो ना'
अरुण जेटली ने इसी मामले में जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया, तो कीर्ति आजाद ने जेटली को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि वह उनके खिलाफ भी मानहानि का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज करा रहे हैं।
आजाद ने ट्वीट किया था कि मुझ पर मानहानि का केस क्यों नहीं कर रहे हैं जेटली। कीर्ति आजाद ने ट्वीट में यह भी कहा, अरुण जेटली ने मेरा नाम क्यों हटा दिया। आपने तो मेरे लेटर देखे थे, मुझ पर करो ना केस।
डीडीसीए मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के संसदीय दल से कहा कि अरुण जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे लालकृष्ण आडवाणी हवाला मामले में आए थे। बीजेपी अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए कांग्रेस फर्जी आरोप लगा रही है।
आजाद को भारतीय किक्रेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और पार्टी से नाराज चल रहे बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा का समर्थन मिला था। आजाद ने उस संवाददाता सम्मेलन के बाद सोशल मीडिया पर खुली चुनौती दी थी और संसद में भी जेटली को निशाना बनाया था। इसके बाद पार्टी ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की है।
पार्टी से अपने निलंबन के बारे में कीर्ति आजाद ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि पीएम मोदी मुझे बुलाएंगे और मेरे साथ न्याय होगा।
उल्लेखनीय है कि कीर्ति आजाद ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेटली का नाम लिए बगैर आरोप लगाया था कि डीडीसीए में फर्जी कंपनियों को करोड़ों का भुगतान किया गया। आजाद पिछले काफी समय से क्रिकेट इकाइयों, खासकर डीडीसीए में कथित रूप से फैले भ्रष्टाचार को लेकर काफी मुखर रहे।
(पढ़ें - क्रिकेट में फैले भ्रष्टाचार पर 'आजाद जुबान' रखने वाले कीर्ति के बारे में खास बातें)
प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए डीडीसीए में भ्रष्टाचार के आरोप
DDCA में भ्रष्टाचार के खुलासे का दावा करते हुए कीर्ति आजाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि DDCA ने कई फर्जी कंपनियों से करार कर करोड़ों रुपये दिए। DDCA में किराये पर लिए गए सामान पर बड़ी फिजूलखर्ची की गई। यहां तक की DDCA ने प्रिंटरों और कंप्यूटरों तक को भारी कीमत पर किराए पर लिया।
(पढ़ें - शत्रुघ्न सिन्हा ने मांगा जेटली से इस्तीफा, कीर्ति को बताया आज का हीरो)
'मुझ पर केस करो ना'
अरुण जेटली ने इसी मामले में जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया, तो कीर्ति आजाद ने जेटली को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि वह उनके खिलाफ भी मानहानि का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज करा रहे हैं।
आजाद ने ट्वीट किया था कि मुझ पर मानहानि का केस क्यों नहीं कर रहे हैं जेटली। कीर्ति आजाद ने ट्वीट में यह भी कहा, अरुण जेटली ने मेरा नाम क्यों हटा दिया। आपने तो मेरे लेटर देखे थे, मुझ पर करो ना केस।
' hello dear @arunjaitley hampar defemation file kar rahe ho na? Please karo na Don't take injunction, don't gag freedom of speech.
— Kirti Azad (@KirtiAzadMP) December 20, 2015
' Mera naam kyon hata diya @arunjaitley #Aap ne toh mere letters dikhae theey, mujhpar karo na case, registered post se maine bheje theey
— Kirti Azad (@KirtiAzadMP) December 20, 2015
पीएम मोदी ने किया था जेटली का बचावडीडीसीए मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के संसदीय दल से कहा कि अरुण जेटली उसी तरह बेदाग निकलकर आएंगे, जैसे लालकृष्ण आडवाणी हवाला मामले में आए थे। बीजेपी अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कहा कि सरकार को बदनाम करने के लिए कांग्रेस फर्जी आरोप लगा रही है।
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