हमले में घायल सामाजिक कार्यकर्ता...
कोच्चि:
केरल के कयानकुलम में ड्रग माफिया के खिलाफ आवाज उठाने पर एक सामाजिक कार्यकर्ता की जान पर बन आई। ड्रग माफ़िया ने सामाजिक कार्यकर्ता की न केवल बेरहमी से पिटाई की, बल्कि उन पर तलवार से जानलेवा हमला भी किया। इसमें उनके हाथ-पैरों में गंभीर चोटें आई हैं।
दरअसल, जय कुमार पिल्लई नामक सामाजिक कार्यकर्ता बीते 16 सालों से ड्रग माफ़िया के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे थे। इसी वजह से इस महीने की 5 तारीख़ को ड्रग माफ़िया ने उन पर हमला बोल दिया और तलवार से उनके शरीर पर कई वार किए, जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गए। फिलहाल पिल्लई कोच्चि के अस्पताल के आइसीयू में भर्ती हैं। बीते दो हफ़्तों से पिल्लई की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने इस मामले में हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है। जयकुमार कयानकुलम में एक जिम चलाते हैं।
कोच्चि के अस्पताल में भर्ती पिल्लई ने बताया, उन्होंने मेरी कार रोककर मुझ पर तलवार से हमला किया। हमलावर करीब सात से दस थे। उन्होंने मेरे हाथ काट डाले। पिल्लई के अनुसार, उन्होंने करीब एक साल पहले ड्रग माफिया के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। तीन महीने पहले एक मंत्री उनके गांव आए थे। उस वक्त हम लोगों ने उन्हें बड़े पैमाने पर एक याचिका दी थी। उसी दिन हमें माफिया की तरफ से चेतावनी मिली थी। इसके बाद हमने शिकायत दी थी कि ड्रग माफिया हमें मार सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सूचना के बाद कुछ हमलावरों को पुलिस ने शिकायत से पहले ही छोड़ दिया था।
दरअसल, जय कुमार पिल्लई नामक सामाजिक कार्यकर्ता बीते 16 सालों से ड्रग माफ़िया के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे थे। इसी वजह से इस महीने की 5 तारीख़ को ड्रग माफ़िया ने उन पर हमला बोल दिया और तलवार से उनके शरीर पर कई वार किए, जिसमें वे बुरी तरह घायल हो गए। फिलहाल पिल्लई कोच्चि के अस्पताल के आइसीयू में भर्ती हैं। बीते दो हफ़्तों से पिल्लई की हालत स्थिर बनी हुई है। पुलिस ने इस मामले में हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया है। जयकुमार कयानकुलम में एक जिम चलाते हैं।
कोच्चि के अस्पताल में भर्ती पिल्लई ने बताया, उन्होंने मेरी कार रोककर मुझ पर तलवार से हमला किया। हमलावर करीब सात से दस थे। उन्होंने मेरे हाथ काट डाले। पिल्लई के अनुसार, उन्होंने करीब एक साल पहले ड्रग माफिया के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की थी। तीन महीने पहले एक मंत्री उनके गांव आए थे। उस वक्त हम लोगों ने उन्हें बड़े पैमाने पर एक याचिका दी थी। उसी दिन हमें माफिया की तरफ से चेतावनी मिली थी। इसके बाद हमने शिकायत दी थी कि ड्रग माफिया हमें मार सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी सूचना के बाद कुछ हमलावरों को पुलिस ने शिकायत से पहले ही छोड़ दिया था।
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