राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े भारतीय किसान संघ ने मांग की है कि कृषि और डेयरी सेक्टर से जुड़े उत्पादों को प्रस्तावित भारत और अमेरिका के बीच 'मिनी' ट्रेड डील के दायरे से बाहर रखा जाना चाहिए. मंगलवार को एनडीटीवी से एक्सक्लूसिव बातचीत में भारतीय किसान संघ के ऑल इंडिया जनरल सेक्रेटरी मोहिनी मोहन मिश्रा ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित ट्रेड डील से एग्रीकल्चर और डेयरी सेक्टर को बाहर रखना चाहिए. हम कृषि क्षेत्र और डेयरी सेक्टर को किसी भी ट्रेड डील में शामिल करने के सख्त खिलाफ हैं. यह किसानों के हित में नहीं होगा.
मोहिनी मिश्रा का आरोप है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन इस प्रस्तावित ट्रेड डील के जरिए अमेरिकी जीएम प्रोडक्ट्स को भारतीय बाजार में सस्ते दाम पर डंप करना चाहता है, जो किसी भी हालात में स्वीकार नहीं किया जा सकता है.
उनके मुताबिक- अमेरिका के छोटे किसानों के पास औसतन एक हज़ार एकड़ जमीन है और अमेरिकी सरकार उन्हें 90% तक सब्सिडी देती है, जबकि भारत के छोटे किसानों के पास औसतन सिर्फ दो एकड़ ज़मीन है, इसीलिए भारत को कृषि और डेरी से जुड़े उत्पादों को ट्रेड डील से बाहर रखना चाहिए क्योंकि इसे डील में शामिल करने से भारत के छोटे किसानों को काफी नुकसान होगा. भारतीय किसान संघ का विरोध ऐसे समय पर सामने आया है जब सूत्रों के मुताबिक भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित मिनी ट्रेड डील पर बातचीत के दौरान अमेरिका ने कृषि और डेयरी उत्पादों पर भारत से टैरिफ घटाने की मांग रखी है.
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