प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में कटरा और श्रीनगर के बीच आज वंदे भारत ट्रेन सेवा को हरी झंडी दिखाई. यह कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र के बीच पहली सीधी रेल सेवा है. यह ट्रेन दुनिया के सबसे ऊंचे पुल चिनाब पुल से गुजरी. 162 किमी लंबी यह यात्रा बेहद अद्भुत है, जो कई पुलों और सुरंगों से होकर गुजरती है. इस ट्रेक को बनाने में करीब 22 साल का वक्त लगा है. एनडीटीवी भी इस ऐतिहासिक ट्रेन यात्रा गवाह बना. हमारे सहयोगी मुकेश सिंह सेंगर ने इस ट्रेन पर यात्रा की. आप भी देखिए ट्रेन का यह खूबसूरत सफर और जानिए कैसी है कश्मीर में चलने वाली वंदे भारत ट्रेन.
ट्रेन में मौजूद रहेंगे रेलवे सुरक्षा बल के कमांडो
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल खंड पर माता वैष्णव देवी मंदिर के आधार स्थल कटरा से कश्मीर के लिए संचालित की जाने वाली वंदे भारत रेलगाड़ियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी रेलवे सुरक्षा बल के कमांडो (सीओरआरएएस) को दी गई है. पीएम मोदी ने जिन दो वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, उनमें भी आरपीएफ के कमांडो मौजूद थे.
अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दोनों वंदे भारत ट्रेन में 15-15 कमांडो और एक-एक निरीक्षक (सुपरवाइजर) तैनात रहेंगे.
देश की सबसे लंबी परिवहन सुरंग टी-50
इस रेल रूट पर भारत की सबसे लंबी परिवहन सुरंग टी-50 भी शामिल है. खारी और सुंबर के बीच स्थित इस सुरंग की लंबाई 12.77 किलोमीटर है.
इस परियोजना में 36 मुख्य सुरंगों का निर्माण शामिल है, जिनकी कुल लंबाई 119.6 किलोमीटर है, साथ ही आठ निकास सुरंगों का भी निर्माण किया गया है, जिनकी कुल लंबाई 66.4 किलोमीटर है.
साथ ही चिनाब पुल विश्व का सबसे ऊंचा मेहराब वाला (आर्च ब्रिज) पुल है, जिसकी लंबाई 1.3 किलोमीटर है तथा ऊंचाई 359 मीटर है.
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