विज्ञापन
This Article is From Dec 09, 2012

हिम्मत है, कजपा समर्थक विधायकों को निकाले भाजपा : येदियुरप्पा

हिम्मत है, कजपा समर्थक विधायकों को निकाले भाजपा : येदियुरप्पा
हवेरी: कर्नाटक की जगदीश शेट्टार सरकार की स्थिरता पर तब संकट के बादल छा गए जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 13 विधायक पार्टी नेतृत्व के निर्देशों की अवहेलना करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की नई पार्टी कर्नाटक जनता पार्टी (कजपा) की रैली में उपस्थित हुए। मंत्रियों एवं विधायकों की मौजूदगी से उत्साहित येदियुरप्पा ने भारी भीड़ के समक्ष शेट्टार को विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने या फिर चुनाव में उतरने की चुनौती दे डाली।

उधर, भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री की चुनौती को नकारते हुए रैली में शामिल विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। राज्य में विधानसभा चुनाव अगले साल अप्रैल-मई तक प्रस्तावित है।

येदियुरप्पा ने अपनी पार्टी कर्नाटक जनता पार्टी (कजपा) की घोषणा के अवसर पर आयोजित विशाल रैली को सम्बोधित करते हुए कहा, "मैं शेट्टार को मेरे समर्थक विधायकों एवं मंत्रियों के बिना विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने की चुनौती देता हूं। यदि मुख्यमंत्री में हिम्मत है तो मेरे समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई करें। नहीं तो उन्हें इस्तीफा देकर जल्द चुनाव कराने के लिए विधानसभा भंग कर देनी चाहिए।"

कजपा का अध्यक्ष पद ग्रहण करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को रैली में शामिल 14-18 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी।

येदियुरप्पा ने रैली में कहा, "मुझे अभी सूचना मिली है कि जिन 14 से 18 विधायकों ने रैली में हिस्सा लिया था उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस परिस्थिति में मैं शेट्टार से कहूंगा कि वह इस्तीफा दे दें क्योंकि उनके पास बहुमत नहीं है।"

शेट्टार ने हुबली में येदियुरप्पा की चुनौती को खारिज करते हुए कहा कि उनकी सरकार के पास बहुमत है। उन्होंने कहा कि भाजपा के 10 से 12 विधायक कजपा की रैली में मौजूद थे और पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लेगी।

इससे पहले भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष केएस ईश्वरप्पा ने शिमोगा में कहा कि पार्टी इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय बुधवार को लेगी।

माना जा रहा है कि पार्टी इन विधायकों के खिलाफ दल बदल विरोधी कानून का सहारा लेकर छह साल तक चुनाव लड़ने से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रही है।

इससे पहले ईश्वरप्पा ने 10 कैबिनेट मंत्रियों समेत कई पार्टी विधायकों को कजपा की घोषणा के लिए बुलाई गई रैली में भाग लेने एवं हावेरी में येदियुरप्पा समर्थकों द्वारा आयोजित चाय पार्टी में हिस्सा लेने पर कार्रवाई की चेतावनी थी।

यदि भाजपा रैली में भाग लेने वाले विधायकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करती है तो 225 सदस्यीय विधानसभा में शेट्टार सरकार अल्पमत में आ जाएगी।

येदियुरप्पा ने कहा कि शेट्टार की सरकार उनके समर्थकों के बलबूते चल रही है और 50 से 60 भाजपा विधायक उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "50-60 विधायक भाजपा छोड़कर उनकी पार्टी में शामिल होने के लिए तैयार हैं। लेकिन मैंने उन्हें ऐसा नहीं करने एवं विधानसभा चुनावों को देखते हुए राज्य में राजनीतिक संकट न पैदा करने के लिए कहा है।"

इससे पहले ईश्वरप्पा के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए शेट्टार सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सीएम उदासी, ऊर्जा मंत्री शोभा करंदलाजे, जलसंसाधन मंत्री बासवराज बोम्मई, उद्योग मंत्री मुरुगेश निरानी, आबकारी मंत्री एमपी रेणुकाचार्य एवं पशुपालन मंत्री रेवू नाइक बेलमागी सहित 12 से अधिक विधायक रैली से पहले येदियुरप्पा समर्थकों द्वारा बुलाई गई चाय पार्टी में मौजूद थे। वहां येदियुरप्पा भी मौजूद थे।

येदियुरप्पा ने कहा, "शेट्टार एवं ईश्वरप्पा (उपमुख्यमंत्री) को मालूम होना चाहिए कि वे भाजपा एवं केजेपी की गठबंधन सरकार चला रहे हैं क्योंकि उनकी पार्टी के आधे से अधिक विधायक मेरे साथ हैं और नई पार्टी में कभी भी शामिल होने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि कजपा अगले साल मई में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में सभी 224 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।

(आईएएनएस से भी)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
BS Yeddiurappa, बीएस येदियुरप्पा की पार्टी, कर्नाटक सरकार, कजपा, कर्नाटक जनता पार्टी, भाजपा सरकार, केजीपी
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com