
कर्नाटक के तुमकूरु स्थित जिला अस्पताल में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां अस्पताल प्रबंधन की मनमानी के कारण जुड़वा नवजात बच्चों सहित प्रसूता की मौत हो गई. इस घटना के बाद महिला की छह वर्षीय बच्ची अनाथ हो गई क्योंकि उसके पिता की भी कुछ महीने पहले मृत्यु हो गई है. मां को खोने के बाद बच्ची के आंसू नहीं थम रहे.
मिली जानकारी अनुसार दिहाड़ी मजदूर का काम करने वाली कस्तूरी को प्रसव पीड़ा होने के बाद अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे भर्ती नहीं लिया गया. आधार और मैटर्निटी कार्ड नहीं होने के कारण उसे अस्पताल से वापस भेज दिया गया. ऐसे में घर में प्रसव के दौरान उसकी और जुड़वा नवजात बच्चों की मौत हो गई.
घटना के प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. जिला अस्पताल के कर्मी दलबल समेत मृतकों के शव को लेने पहुंचे. इधर, पूरे मामले में कार्रवाई करते हुए ड्यूटी डॉक्टर और तीन नर्सों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस संबंध में डॉक्टर मंजूनाथ ने जानकारी दी.
I'm extremely pained by the unfortunate deaths of a pregnant woman and two newborns in Tumakuru. After visiting the hospital last night and having taken stock of the shocking event, I have ordered for probe and stern action in this matter.
— Dr Sudhakar K (@mla_sudhakar) November 4, 2022
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वहीं, स्वास्थ्य मंत्री ने भी पूरे मामले में संज्ञान लिया है. वे पहले सदलबल तुमकूरु पहुंचे. फिर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि महिला के साथ हुई घटना से दुखी हूं. मैंने हमेशा अस्पताल प्रबंधन को इमरजेंसी के केस में कागजी कार्रवाई से पहले इलाज करने की बात कही है. पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी गई है. पीड़ित बच्ची को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे.
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