कर्नाटक में बीजेपी को हराने की अपील करेगी सीपीएम, जेडीएस से गठजोड़ की कोशिश

कर्नाटक विधानसभा चुनाव : कुल 224 सीटें, कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस-बीएसपी गठबंधन का त्रिकोणीय मुकाबला

कर्नाटक में बीजेपी को हराने की अपील करेगी सीपीएम, जेडीएस से गठजोड़ की कोशिश

सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी (फाइल फोटो).

खास बातें

  • जनता से बीजेपी को हराने की अपील करेगी सीपीएम
  • कांग्रेस के साथ गठजोड़ पर फैसला सीपीएम की पार्टी कांग्रेस में
  • कर्नाटक में बीएसपी का राजनीतिक आधार मजबूत, जेडीएस से गठजोड़
नई दिल्ली:

सीपीएम कर्नाटक विधानसभा चुनाव में केवल 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं और वहां कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस-बीएसपी गठबंधन की त्रिकोणीय टक्कर है. सीपीएम ने फैसला किया है कि बाकी सीटों पर वह बीजेपी को हराने के लिए आह्वान करेगी. सेंट्रल कमेटी की बैठक के बाद शुक्रवार को पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने पत्रकारों से कहा कि लेफ्ट फ्रंट कर्नाटक में मिलकर चुनाव लड़ रहा है.

सीपीएम अपने राजनीतिक प्रस्ताव में तय कर चुकी है कि कांग्रेस के साथ वह आने वाले चुनाव में किसी तरह का कोई गठजोड़ नहीं करेगी लेकिन पार्टी यह भी मानती है कि मौजूदा परिस्थितियों में बीजेपी को हराना बहुत जरूरी है इसलिए जिन सीटों पर सीपीएम का उम्मीदवार नहीं है वहां पार्टी बीजेपी को हराने की अपील जनता से करेगी.

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कांग्रेस के साथ चुनावी गठजोड़ पर सीपीएम के भीतर पोलित ब्यूरो सदस्य और पूर्व महासचिव प्रकाश करात और मौजूदा महासचिव सीताराम येचुरी के बीच तकरार है. येचुरी चाहते हैं कि मौजूदा राजनीतिक हाल को देखते हुए कांग्रेस के साथ तालमेल किया जाना चाहिए ताकि BJP को हराया जा सके लेकिन प्रकाश करात खेमा इस पक्ष में नहीं है. कांग्रेस के साथ गठजोड़ पर आखिरी फैसला अब अगले महीने हैदराबाद में होने वाली सीपीएम की पार्टी कांग्रेस में होगा. पार्टी कांग्रेस हर चौथे साल होने वाला सीपीएम का महा सम्मेलन है जिसमें देश भर से आए हुए प्रतिनिधि पार्टी का आगे का रास्ता तय करते हैं.

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सूत्रों के मुताबिक सीपीएम चाहती है कि कर्नाटक में कुछ सीटों पर जेडीएस के साथ गठबंधन हो जाए लेकिन ऐसा होता फिलहाल नहीं दिख रहा है. कर्नाटक में जेडीएस पहले ही BSP के साथ तालमेल कर चुकी है. BSP का राजनीतिक आधार कर्नाटक में काफी मजबूत है जहां  अनुसूचित जाति की आबादी 22% से अधिक है.


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