कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) ने राज्य में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया. इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और कन्नड़ फिल्मों के अभिनेता किच्छा सुदीप भी बोम्मई के साथ रहे.
इससे पहले दिन में बोम्मई ने नड्डा और सुदीप के साथ अपने निर्वाचन क्षेत्र शिग्गांव में एक विशाल रोड शो किया. 2008 से बोम्मई इस सीट का लगातार तीन बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
नामांकन दाखिल करने से पहले बोम्मई ने मंदिरों में पूजा-अर्चना भी की.
इस महीने की शुरुआत में सुदीप ने मुख्यमंत्री बोम्मई को समर्थन देने की घोषणा की थी.
बोम्मई, नड्डा और सुदीप के शिग्गांव पहुंचने पर लोगों की भारी भीड़ नजर आई. तीनों विशेष रूप से तैयार किए गए वाहन में सवार थे.
कित्तूर की पूर्व रियासत की रानी चेन्नम्मा की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद वह रोड शो के लिए रवाना हुए. रानी चेन्नम्मा ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध का नेतृत्व किया था.
भीड़ में अधिकतर लोगों ने केसरिया टोपियां पहन रखी थीं. लोग हाथों में भाजपा के झंडे लिए वाहन के साथ आगे बढ़ते नजर आए. दोनों नेताओं और अभिनेता ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन किया जिससे उनमें जोश सा भर गया.
बाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि बोम्मई आज जो नामांकन दाखिल कर रहे हैं वह सिर्फ विधायक पद के लिए नहीं है, ‘‘बल्कि यह एक ऐसा रास्ता है जो कर्नाटक को आगे बढ़ने की दिशा देगा.''
भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आपके उत्साह को देखते हुए मुझे यकीन है कि आपने बोम्मई को अगले पांच साल के लिए विधानसभा में भेजने का फैसला किया है. मैं यहां सिर्फ आपसे बोम्मई के लिए वोट मांगने नहीं आया हूं, बल्कि कमल के निशान पर आपसे वोट मांगने आया हूं ताकि कर्नाटक में ‘विकास की गंगा' निरंतर बहती रहे.''
नड्डा ने कांग्रेस पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि कांग्रेस अगर सत्ता में आई तो कर्नाटक को अपने एटीएम के रूप में इस्तेमाल करेगी और इस्लामिक राजनीतिक संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' पर लगे प्रतिबंध को भी वापस ले लेगी.
इस दौरान सुदीप किच्छा ने भी जनता से बोम्मई का समर्थन करने की अपील की.
बोम्मई शिग्गांव से तीन बार विधायक रह चुके हैं और एक बार फिर यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी के दिग्गज बी. एस. येदियुरप्पा के पद से हटने के बाद उन्हें 2021 में मुख्यमंत्री बनाया गया था.
बोम्मई शनिवार को एक ‘‘शुभ मुहूर्त'' में पहले ही नामांकन का एक ‘सेट' दाखिल कर चुके हैं.
कांग्रेस ने शिग्गांव से मोहम्मद यूसुफ सावनूर को बोम्मई के खिलाफ मैदान में उतारा है.
जनसभा के दौरान बोम्मई ने शिग्गांव के लोगों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह उनके प्यार और विश्वास के ऋणी हैं तथा अपनी अंतिम सांस तक उनकी सेवा करते रहेंगे.
बोम्मई ने कहा, ‘‘कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे कि मुख्यमंत्री अपना निर्वाचन क्षेत्र बदलकर दूसरी सीट से चुनाव लड़ेंगे. मैं भागने वाला मुख्यमंत्री नहीं हूं. जो भी हो, मेरे बारे में मेरे लोग फैसला करें क्योंकि आप मेरे ‘मालिक' हैं.''
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख 20 अप्रैल है. मतदान 10 मई को होगा और मतगणना 13 मई को की जाएगी.
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