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This Article is From Jun 04, 2024

Karakat Lok Sabha Results: काराकाट में हो गया खेला? पिछड़ रहे हैं कुशवाहा और पवन सिंह, आ सकते हैं चौंकाने वाले नतीजे

Karakat Lok Sabha Results: काराकाट लोकसभा सीट पर पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा दोनों पीछे हो गए हैं. इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजा राम सिंह आगे हैं. बता दें कि राजा राम सिंह सीपीआई माले एमएल के उम्मीदवार है. हालांकि, अभी जीत-हार का फैसला नहीं हुआ है. लेकिन यहां मामला उल्टा पड़ रहा है.

Karakat Lok Sabha Results: काराकाट में हो गया खेला? पिछड़ रहे हैं कुशवाहा और पवन सिंह, आ सकते हैं चौंकाने वाले नतीजे
काराकाट में कौन करेगा कमाल?

Karakat Lok Sabha Results: बिहार के काराकाट लोकसभा सीट (Karakat Lok Sabha)  पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है. भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह (Pawan Singh) के काराकाट लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से यह निर्वाचन क्षेत्र न केवल और सुर्खियों में आ गया, बल्कि मुकाबला भी कांटे का हो गया है. अब सवाल है कि क्या पवन सिंह की उम्मीदवारी ने NDA के पारंपरिक समीकरणों को बिगाड़ दिया है.

काराकाट लोकसभा सीट पर पवन सिंह और उपेंद्र कुशवाहा दोनों पीछे हो गए हैं. इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी राजा राम सिंह आगे हैं. बता दें कि राजा राम सिंह सीपीआई माले एमएल के उम्मीदवार है. हालांकि, अभी जीत-हार का फैसला नहीं हुआ है. लेकिन यहां मामला उल्टा पड़ रहा है.

काराकाट में अब लडाई बहुकोणीय! 
पवन सिंह, उपेंद्र कुशवाहा और राजा राम कुशवाहा के अलावा असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन(एआईएमआईएम) ने भी यहां उम्मीदवार उतारा है. एआईएमआईएम के स्थानीय जिला परिषद सदस्य प्रियंका चौधरी को प्रत्याशी बनाये जाने से इस सीट पर अब लडाई बहुकोणीय हो गई है.

मध्य बिहार के अधिकांश हिस्सों में पकड़ रखने वाली भाकपा माले के राजा राम कुशवाहा को अपनी पार्टी के कैडर पर भरोसा होने के साथ अपने वरिष्ठ सहयोगी राजद का भी ठोस समर्थन प्राप्त है. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने काराकाट में सूपड़ा साफ किया था, जिसमें राजद ने पांच विधानसभा सीट और भाकपा ने एक सीट जीती थीं.

काराकाट की लड़ाई पर पवन सिंह का प्रभाव
पवन सिंह ने प्लान बी के तहत अपनी मां प्रतिमा देवी से भी पर्चा दाखिल करवाया था. लेकिन बेटे का नामांकन सही पाए जाने के बाद मां ने अपना पर्चा वापस ले लिया. बीजेपी ने पवन सिंह को समझाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने और पवन चुनाव मैदान में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर ताल ठोक दिया. वहां उनका मुकाबला एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा से है. पवन सिंह के आने से राजपूत वोटों और युवाओं के वोट में बंटवारा हुआ. क्योंकि युवाओं में पवन का जादू सिर चढ़कर बोलता है. अब नतीजों में इसका नुकसान कुशवाहा को उठाना पड़ रहा. 

बीजेपी ने पवन सिंह को पार्टी से निकाला
पवन सिंह ने बिहार के काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.वहां से एनडीए की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा उम्मीदवार हैं. वहीं इंडिया गठंबधन में यह सीट सीपीआई-एमएल के खाते में गई है. वहां से भाकपा माले के राजाराम सिंह चुनाव मैदान में हैं.बीजेपी का सदस्य होने के बाद भी एनडीए उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ने की वजह से पवन सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था.

काराकाट में कौन करेगा कमाल?
उपेन्द्र कुशवाह और राजाराम सिंह कुशवाह समुदाय से ताल्लुक रखते है. उनके क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या अच्छी-खासी है. वहीं पवन सिंह ऊंची जाति से ताल्लुक रखते हैं. पवन सिंह एक फेमस भोजपुरी स्टार हैं, उनकी  भोजपुर, रोहतास, औरंगाबाद, कैमूर आदि ग्रामीण इलाकों में बड़ी फैन फॉलोइंग है. माना जा रहा था कि ऊंची जाति के वोटर बीजेपी का कोर वोट बैंक माने जाते हैं. इसके चलते इस चुनाव में पवन सिंह की एंट्री से उपेन्द्र कुशवाहा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं.

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