Kanker Election Results 2023: जानें, कांकेर (छत्तीसगढ़) विधानसभा क्षेत्र को

कांकेर विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 170326 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 69053 ने कांग्रेस उम्मीदवार शिशुपाल सोरी को वोट देकर जिताया था, जबकि 49249 वोट पा सके बीजेपी प्रत्याशी हीरा मरकाम 19804 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Kanker Election Results 2023: जानें, कांकेर (छत्तीसगढ़) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य में 7 तथा 17 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

आज से 22 साल पहले मध्य प्रदेश से अलग होकर अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Assembly Elections 2023) राज्य के दक्षिण क्षेत्र में मौजूद है कांकेर जिला, जहां बसा है कांकेर विधानसभा क्षेत्र, जो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 170326 मतदाता थे, और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार शिशुपाल सोरी को 69053 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि बीजेपी उम्मीदवार हीरा मरकाम को 49249 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 19804 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में कांकेर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार शंकर ध्रुवा ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 50586 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार संजय कोडोपी को 45961 वोट मिल पाए थे, और वह 4625 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में कांकेर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार सुमित्रा मार्कोले को कुल 46793 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. प्रीति नेताम दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 29290 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 17503 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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ध्यान रहे कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में 68 सीटें जीतकर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, और भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर बैठे थे. इन्हीं नतीजों के साथ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के रमन सिंह की 15 साल तक चली सरकार का कार्यकाल खत्म हो गया था, क्योंकि इस चुनाव में BJP महज़ 15 सीटें अपनी झोली में डाल पाई थी. 2018 में छत्तीसगढ़ में सत्ता कैसे बदली, इसे समझने के लिए वर्ष 2013 के चुनाव नतीजों पर भी नज़र डालनी होगी. उस समय BJP को 49 सीटें मिलीं थीं और कांग्रेस को 41, लेकिन दोनों के बीच वोट शेयर का अंतर 1 फीसदी से भी कम रहा था. अब भूपेश बघेल सरकार के पास राज्य में पहली बार बनी कांग्रेस सरकार को रिपीट करने की चुनौती है, जबकि BJP एन्टी-इन्कम्बेन्सी के सहारे फिर सत्ता पाने की जुगत में लगी है.