कंझावला हादसे को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बुधवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की. इस दौरान मनीष सिसोदिया ने इस घटना को लेकर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा भी किया. मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि क्रूरता है जिसने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है. इस मामले में जो भी दोषी है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. परिवार से मुलाकात के दौरान मनीष सिसोदिया के साथ पार्टी MLA आतिशी और दुर्गेश पाठक भी थे.
पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद मनीष सिसोदिया ने पत्रकारों से कहा कि कंझावला कांड क्रूरता का उदाहरण है जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. एक युवती कार के नीचे फंस जाती है और 12 किलोमीटर तक घसीटती रहती है. और कार चलाने वाले को इसका पता तक नहीं चलता है. उन्होंने इस दौरान इशारों इशारों में दिल्ली पुलिस पर भी निशाना साधा. मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह घटना अतिक्रूरता का उदाहरण है. दुख की बात यह है कि हम अभी भी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का इंतजार कर रहे हैं. हमे पता है कि युवती अपने परिवार की अकेली कमान वाली सदस्य थी, सरकार ने परिवार की मदद के लिए 10 लाख रुपये दिए हैं. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मंगलवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी.
बता दें कि कंझावला इलाके में 1 जनवरी को 20 साल की लड़की के हिट एंड रन केस में हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं. बताया जाता है कि आरोपियों ने स्कूटी सवार लड़की को पहले टक्कर मारी और फिर 2-3 बार कार आगे पीछे कर लड़की को कुचला. इस बात के भी संकेत हैं कि कार में सवार युवकों को पता था कि लड़की कार के नीचे फंसी हुई है, लेकिन इसके बाद भी वो गाड़ी दौड़ाते रहे. सूत्रों ने एनडीटीवी को यह भी बताया कि 9 पुलिस कंट्रोल रूम (पीसीआर) वैन ने कार का पीछा किया, लेकिन उसे पकड़ने में नाकाम रहे.
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