कानपुर के ज्योति हत्याकांड में पुलिस ने उसके पति पीयूष और उसकी दो गर्लफेंड को तीन महीने में भजे गए 700 पेज के एसएमएस हासिल कर लिए हैं। इससे पता चला है कि पीयूष ने अपनी गर्लफ्रेंड मनीषा को एसएमएस भेजकर ज्योति के कातिल के पहुंच जाने की जानकारी भी दी थी।
पुलिस को ज्योति की डायरी भी मिल गई है, जिसमें उसने पीयूष की बेवफाई के किस्से बयान किए हैं। केस में छह आरोपी हैं, जिनकी पुलिस रिमांड पर सुनवाई होनी है।
28 नवंबर 2012 को ज्योति के घर पीयूष दूल्हा बनकर आया, लेकिन 20 महीने बाद वही उसका कातिल बन गया। पुलिस ने ज्योति की डायरी भी बरामद की, जिसमें उसने अपने पति पीयूष की बेवफाई के किस्से दर्ज किए हैं। डायरी में लिखा है कि हम हनीमून करने 12 दिन के लिए स्विटजरलैंड गए। ये 12 दिन मेरी जिंदगी के सबसे बुरे दिन थे। पूरे हनीमून के दौरान हम अजनबियों की तरह रहे। पीयूष एयरपोर्ट के लॉन्ज में मुझे बिठाकर 2 घंटे गायब हो गए। मैं बहुत परेशान हुई। लौटे तो बताया कि किसी फ्रैंड से चैटिंग कर रहे थे। हनीमून के बीच वह दो-दो घंटे फोन कॉन्स और एसएमएस में बिजी रहते थे। मुझे शक था कि उनका किसी लड़की से चक्कर है। बाद में पता चला कि लड़कियां एक से ज्यादा हैं।
पीयूष की कॉल डिटेल्स से पता चला कि उसने ज्योति के फोन पर एक कॉल तकरीबन उस वक्त किया जब कातिल उसे छूरा घोंप रहे थे। ड्राइवर अवधेश ने फोन रिसीव कर करीब 20 सेकेंड तक उसे बिना बोले छोड़ दिया। इसलिए यह कहा जा रहा है कि पीयूष फोन पर अपनी कत्ल हो रही बीवी की चीखें सुन रहा था।
एक कातिल तमाम अनसुलझे सवाल छोड़ जाता है। उनमें से कुछ सवालों के जवाब तो पुलिस को तलाशने हैं ताकि मुजलिम को सजा दिलाई जा सके, लेकिन तमाम सवाल आम लोगों के जहन में हैं। उनमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि बीवी से अलग होने के लिए उसे 14 बार छूरा घोंपकर कत्ल करवाने की क्या जरूरत थी, वह उसे तलाक भी तो दे सकता था, लेकिन इंसानी दिमाग में पेंच तमाम हैं जिसे समझना इतना आसान नहीं है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं