जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ‘ललन' ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने के अपनी पार्टी के कदम का रविवार को बचाव किया, जहां उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस का सीधा मुकाबला भाजपा से है. सिंह 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए पांच उम्मीदवारों को मैदान में उतारने के फैसले के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. जद (यू) ने एक साल पहले भाजपा का साथ छोड़ दिया था और अब विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' का एक प्रमुख घटक है और कांग्रेस भी इस गठबंधन का हिस्सा है.
जद (यू) प्रमुख ने कहा, ‘‘क्या हम अपने संगठन का विस्तार करने के लिए प्रयास नहीं करेंगे.'' उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए ‘इंडिया' गठबंधन बनाया गया है, लेकिन राज्य विधानसभाओं में स्थितियां अलग-अलग हैं. उदाहरण के लिए, केरल में कांग्रेस और माकपा दोनों एक-दूसरे के खिलाफ लड़ते हैं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और वामपंथी भी एक-दूसरे का मुकाबला करते हैं.'' बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रमुख सहयोगी सिंह ने आरोप लगाया कि केंद्र की उपलब्धियों का प्रचार करने के उद्देश्य से सरकारी अधिकारियों को ‘रथ प्रभारी' के रूप में नियुक्त करने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फैसले भाजपा कार्यकर्ताओं में उनके (मोदी) विश्वास की कमी को दर्शाता है.
जद (यू) नेता ने दावा किया, ‘‘प्रधानमंत्री जानते हैं कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी के भीतर लोकतंत्र की कमी के कारण दबा हुआ महसूस कर रहे हैं. उन्हें (कार्यकर्ताओं) सरकार के प्रति जनता में बढ़ते असंतोष का भी सामना करना पड़ रहा है, जो काला धन वापस लाने और हर साल दो करोड़ नौकरियों का सृजन करने जैसे अपने वादों को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है.''
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