जम्मू-कश्मीर के नौगाम थाना परिसर में शुक्रवार रात उस समय विस्फोट हुआ, जब पुलिसकर्मी आतंकवादी मॉड्यूल मामले के संबंध में फरीदाबाद से जब्त विस्फोटक सामग्री अमोनियम नाइट्रेट के नमूने ले रहे थे. इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई है और 29 लोग घायल हो गए हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री फरीदाबाद से डॉ. मुज़म्मिल गनई के किराए के आवास से जब्त करके लेकर आई थी. गनई इस आतंकी मॉड्यूल मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से एक है. गृह मंत्रालय ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना बताया है. एमएचए का कहना है कि विस्फोटक सामग्री की जांच के दौरान ये हादसा हुआ. बताया जा रहा है कि धमाका इतना बड़ा था कि मानव अंग लगीाग 300 मीटर दूर तक जाकर गिरे. मृतकों में एक नायब तहसीलदार (कार्यकारी मजिस्ट्रेट) और एक स्थानीय दर्जी शामिल हैं.
Jammu Kashmir Nowgam Blast LIVE Updates
नौगाम पुलिस स्टेशन ब्लास्ट में मारे गए फोटोग्राफर के फैमिली मेंबर ने क्या बताया
कुलगाम, जम्मू-कश्मीर | नौगाम पुलिस स्टेशन के पास कल रात हुए विस्फोट में मारे गए एक फोटोग्राफर के परिवार के सदस्य ने कहा, "मेरे चचेरे भाई अर्शीद अहमद शाह, परिवार के इकलौते कमाने वाले थे और उनके बड़े भाई की एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. हमें आज उनकी मृत्यु का समाचार मिला. हम सभी शोक में हैं और अनुरोध करते हैं कि सरकार इस घटना की जांच करे और न्याय प्रदान करे. अर्शीद के दो बच्चे, और उनके पिता हृदय रोगी हैं... हम सरकार से उनके परिवार को सहायता प्रदान करने की अपील करते हैं..."
नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए दर्दनाक हादसे पर जम्मू कश्मीर सीएम ने जताया दुख
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि मुख्यमंत्री ने नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक और संवेदना व्यक्त की है. इस विस्फोट में कई लोगों की जान गई और कई पुलिसकर्मी घायल हुए. मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदनाएं प्रकट कीं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
नौगाम का धमाका आकस्मिक, अन्य अटकलें निराधार: गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रशांत लोखंडे ने नौगाम पुलिस स्टेशन में हुए हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि 14 नवंबर की रात लगभग 11:20 बजे पुलिस स्टेशन परिसर में एक बड़ा आकस्मिक विस्फोट हुआ, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 27 पुलिसकर्मी, 2 राजस्व अधिकारी और 3 नागरिक घायल हुए हैं. घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार जारी है. लोखंडे ने कहा कि घटना को लेकर अन्य अटकलें निराधार हैं. उन्होंने कहा कि नौगाम पुलिस स्टेशन ने हाल ही में एक पोस्टर से मिली जानकारी के आधार पर एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इसी मामले से संबंधित एफआईआर संख्या 162/2025 की जांच के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और रसायन बरामद किए गए थे. इन विस्फोटकों को पुलिस स्टेशन के खुले क्षेत्र में मानक प्रक्रिया के तहत सुरक्षित रूप से रखा गया था.
नौगाम में कैसे हुआ हादसा?
नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात हुए एक बड़े आकस्मिक धमाके में नौ लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट उस समय हुआ जब विभिन्न टीमें हाल ही में बरामद किए गए विस्फोटकों के नमूने निकालने का काम कर रही थीं. यह धमाका उस समय हुआ जब पुलिसकर्मी और फॉरेंसिक विशेषज्ञ फरीदाबाद, हरियाणा से लाए गए विस्फोटक सामग्री को संभाल रहे थे. यह सामग्री गिरफ्तार डॉक्टर मुज़म्मिल गनई के किराए के मकान से बरामद 360 किलोग्राम विस्फोटकों के भंडार का हिस्सा थी. धमाके की जगह से नौ शव बरामद किए जा चुके हैं और मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है.
धमाके को लेकर डीजीपी ने क्या बताया
जम्मू कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात ने बताया कि ये धमाका आकस्मिक था और इसमें और किसी भी तरह की अन्य अटकलें बेकार हैं. इस हादसे में कुल 9 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 1 SIA अधिकारी, 3 FSL कर्मी, 2 फोटोग्राफर, 2 राजस्व अधिकारी और 1 दर्जी शामिल हैं. इसके अलावा 27 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 3 आम नागरिक भी हैं.
11 बजकर 20 मिनट पर हुआ धमाका
कश्मीर के नौगाम में 11 बजकर 20 मिनट पर हुए इस भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया. यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या पूरी 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री थाने में रखी हुई थी, जहां 19 अक्टूबर को सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल के संबंध में मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा कि मामले की जारी जांच के तहत इसके नमूने लिए जा रहे थे.