जयशंकर, ब्रिटिश विदेश मंत्री क्लेवरली ने यूक्रेन संकट, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर की चर्चा

भारत ने यूएनएससी की आतंकवाद रोधी समिति के अध्यक्ष के तौर पर इसकी बैठक की मेजबानी की. प्रथम दिन की बैठक शुक्रवार को मुंबई में हुई थी, जबकि दूसरे दिन की चर्चा शनिवार को दिल्ली में हुई.

जयशंकर, ब्रिटिश विदेश मंत्री क्लेवरली ने यूक्रेन संकट, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति पर की चर्चा

दोनों पक्ष एफटीए को शीघ्र पूरा करने के लिए भी वार्ता कर रहे हैं. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारत की यात्रा पर आए उनके ब्रिटिश समकक्ष जेम्स क्लेवरली के बीच वार्ता में यूक्रेन संकट और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिति मुख्य विषय रहे. बताया जाता है कि दोनों पक्षों ने प्रस्तावित भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता(एफटीए) के लिए जारी वार्ता का भी जायजा लिया. 

क्लेवरली दो दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को भारत पहुंचे. वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) आतंकवाद रोधी समिति की एक विशेष बैठक में मुख्य रूप से शामिल होने के लिए यहां आए हैं. जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पिछले महीने न्यूयार्क में हुई हमारी बैठक के कुछ ही समय बाद ब्रिटिश विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली की भारत की पहली यात्रा पर उनका स्वागत कर खुश हूं.''

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे रोडमैप 2030 में प्रगति का उल्लेख किया. यूक्रेन संकट और हिंद-प्रशांत पर भी चर्चा की.'' ऋषि सुनक के ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रथम प्रधानमंत्री के तौर पर मंगलवार को कार्यभार संभालने के बाद किसी ब्रिटिश मंत्री की यह पहली यात्रा है. यात्रा के दौरान, ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने ब्रिटिश अंतरराष्ट्रीय निवेश के जरिये ब्रिटेन और भारत के बीच सहयोग बढ़ाने की घोषणा की.

ब्रिटिश उच्चायोग के मुताबिक, इसमें महिला नेतृत्व वाली फिनटेक कंपनी किनारा कैपिटल में 1.1 करोड़ पाउंड का निवेश शामिल है. उच्चायोग ने कहा कि क्लेवरली ने ब्रिटेन समर्थित नीव2 फंड द्वारा हाइगेंको कंपनी में 2.2 करोड़ पाउंड के निवेश की भी घोषणा की, जो हरित हाइड्रोजन के उपयोग के जरिये भारत को हरित ऊर्जा जरूरतों की दिशा में बढ़ने में मदद करेगा. 

भारत ने यूएनएससी की आतंकवाद रोधी समिति के अध्यक्ष के तौर पर इसकी बैठक की मेजबानी की. प्रथम दिन की बैठक शुक्रवार को मुंबई में हुई थी, जबकि दूसरे दिन की चर्चा शनिवार को दिल्ली में हुई.

भारत-ब्रिटेन संबंध पिछले साल मई में दोनों देशों के डिजिटल शिखर सम्मेलन के दौरान व्यापक रणनीतिक साझेदारी के मुकाम पर पहुंच गया। सम्मेलन में दोनों देशों ने व्यापार और अर्थव्यवस्था, रक्षा एवं सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क सहित अन्य अहम क्षेत्रों में संबंधों को विस्तारित करने के लिए 10 साल का एक रोडमैप अपनाया था।

दोनों पक्ष एफटीए को शीघ्र पूरा करने के लिए भी वार्ता कर रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र की बैठक से इतर जयशंकर ने संयुक्त अरब अमीरात के अंतरराष्ट्रीय सहयोग मामलों की विदेश मंत्री रीम अल हशीमी और अल्बानिया के उप विदेश मंत्री ए.मेगी फिनो से भी मुलाकात की जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘यूएई की अंतरराष्ट्रीय सहयोग मामलों की विदेश मंत्री रीम अल हशीमी से मिलकर अच्छा लगा. यूएनएससी की विशेष बैठक में उनकी भागीदारी हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को प्रदर्शित करता है.'' मेगी से अपनी मुलाकात के बारे में जयशंकर ने कहा कि संपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की गई. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)