कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) की रिहाई की मांग की. राहुल ने कहा कि सरकार ने जब अवैध रूप से नेताओं को हिरासत में रखा तो भारतीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता अनुच्छेद 370 (Article 370) के तहत मिले जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे के खत्म होने और राज्य के दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख, में विभाजित होने के बाद से ही लोक सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत हिरासत में हैं.
India's democracy is damaged when GOI illegally detains political leaders.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 2, 2020
It's high time Mehbooba Mufti is released.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'भारत सरकार ने जब अवैध रूप से नेताओं को हिरासत में लिया तो भारत के लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा. महबूबा मुफ्ती की रिहाई के लिये यह सही समय है.' जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पिछले हफ्ते पीएसए के तहत महबूबा मुफ्ती की हिरासत को तीन और महीनों के लिये बढ़ा दिया था.
The extension of the detention of Ms Mehbooba Mufti under PSA is an abuse of law and an assault on the Constitutional rights guaranteed to every citizen
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 1, 2020
इससे पहले वित्त मंत्री पी. चिदंबरम (P Chidambaram) ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर मुफ्ती की रिहाई की मांग की. चिदंबरम ने ट्वीट में लिखा, 'PSA के तहत श्रीमती महबूबा मुफ्ती की नजरबंदी का विस्तार करना, कानून का दुरुपयोग है और ये प्रत्येक नागरिक को संवैधानिक अधिकारों को मिलने वाली गारंटी पर हमला है. 61 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री, चौबीसों घंटे सुरक्षा गार्ड के तहत एक संरक्षित व्यक्ति, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा कैसे है?'
VIDEO: PSA के तहत 3 महीने और बढ़ी महबूबा मुफ्ती की हिरासत
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