राष्ट्रीय राजधानी में इज़रायली दूतावास ने बुधवार को अपने नागरिकों के पोस्टर प्रदर्शित किए, जिनका 7 अक्टूबर के हमले के बाद हमास द्वारा अपहरण कर लिया गया है और बंधक बना लिया गया है.
7 अक्टूबर को, 2000 से अधिक हमास आतंकवादी ग़ाज़ा पट्टी से सीमा पार कर इज़रायल में घुस गए. इज़रायल से ग़ाज़ा पट्टी में 200 से अधिक निर्दोष नागरिकों का अपहरण कर लिया गया था. उनका ठिकाना अज्ञात है.
हमास द्वारा 9 महीने से लेकर 80 साल तक की उम्र की 3,000 से अधिक महिलाओं, बच्चों और पुरुषों को घायल किया गया, बलात्कार किया गया, हत्या की गई और पीटा गया व क्रूरतापूर्वक उनके प्रियजनों से अलग कर दिया गया.
इससे पहले दिन में, नई दिल्ली में इज़रायली दूतावास ने भारतीय पत्रकारों के लिए एक टेलीविज़न स्क्रीनिंग आयोजित की, जिसमें 7 अक्टूबर के हमले के भयावह और रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो दिखाए गए.
एक फुटेज में, एक आतंकवादी को कथित तौर पर यह कहते हुए देखा जा सकता है, " व्हाट्सएप खोलें और देखें कि कितने लोग मारे गए हैं," वह अपने माता-पिता से बार-बार उन तस्वीरों या वीडियो का जिक्र कर रहा है जो उसने हमले को दिखाते हुए घर भेजे थे. उन्होंने कहा, "आपके बेटे ने कई यहूदियों को मार डाला. मां, आपका बेटा एक हीरो है."
हमास की क्रूरता को दर्शाने वाले कुछ स्पष्ट वीडियो में दिखाया गया है कि आतंकवादियों ने एक कुत्ते को कई बार गोली मारी, जो उसके रास्ते में आ जाता है. हमास आतंकी गोलीबारी करता है, घरों को निशाना बनाता है और यहां तक कि एक एम्बुलेंस के टायर पर भी गोलीबारी करता है.
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